महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती के जन्मदिवस पर चला भजनों का दौर
महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती के 197वें जन्मदिवस को लेकर आर्य समाज मंदिर माडल टाउन में समारोह का आयोजन सोमवार को हुआ।
जागरण संवाददाता, जालंधर : महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती के 197वें जन्मदिवस को लेकर आर्य समाज मंदिर माडल टाउन में समारोह का आयोजन सोमवार को हुआ। उसका आगाज हवन यज्ञ के साथ किया गया। पंडित सत्य प्रकाश शास्त्री व पंडित बुद्धदेव विद्यालंकार ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ संपन्न करवाया। संगीता तथा विजयपाल मुख्य यजमान के रूप में शामिल हुए।
इसके उपरांत सुरेंद्र सिंह गुलशन ने 'धन्य है तुझको ए महाऋषि, तूने हमें जगा दिया' सहित कई मनमोहक भजन प्रस्तुत किए। इसके उपरांत रश्मि घई ने 'ओथे किकरां नूं लग गए मोती, जित्थे दयानंद लगेया' भजन के साथ समां बांधा। पंडित सत्य प्रकाश शास्त्री ने कहा कि महापुरुषों का जीवन सदैव समाज में प्रकाश की लौ जगाए रखेगा। उन्होंने कहा कि महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज के साथ समाज को नई दिशा प्रदान की थी। इस परंपरा पर चलकर जीवन में सफलता हासिल की जा सकती है। वैदिक साहित्य का गहन अध्ययन कर समाज को दिशा देने वाले महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती का संदेश सदैव समाज का मार्गदर्शन करता रहेगा। मंदिर के अध्यक्ष प्रधान अरविद घई इस पावन पर्व पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आर्य समाज की नींव रखकर उन्होंने समाज को त्याग, तपस्या व कर्म की शिक्षा प्रदान की। उन्हीं के ज्ञान से स्वामी श्रद्धानंद, महात्मा हंसराज व गुरुदत्त विद्यार्थी भी महापुरुष बने। उनकी शिक्षाओं से ही डीएवी शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से शिक्षा का प्रचार व प्रसार किया जा रहा है। इस अवसर पर अजय महाजन, जोगेंद्र भंडारी, बलदेव मेहता, शशि मेहता, सुदेश भंडारी, डा. संगीता सूरी, पूर्ण चंद अरोड़ा, उमा तनेजा, लता राय व नंदिता आर्य मौजूद थे।