Move to Jagran APP

पंजाब में सरकारी मिडिल स्कूल के साइंस टीचर ने किया कमाल, खोजे तीन क्षुद्र ग्रह; मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

खगोलीय क्षेत्र में तीन क्षुद्र ग्रह खोजने वाले कांगड़ा कालोनी निवासी पंकज शर्मा ने गुरुनगरी ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब का नाम चमकाया है। उन्हें राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने राष्ट्रीय पुरस्कार देने की घोषणा की है।

By Rohit KumarEdited By: Published: Sat, 03 Apr 2021 08:21 AM (IST)Updated: Sat, 03 Apr 2021 08:21 AM (IST)
पंजाब में सरकारी मिडिल स्कूल के साइंस टीचर ने किया कमाल, खोजे तीन क्षुद्र ग्रह; मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
तीन क्षुद्र ग्रह खोजने वाले कांगड़ा कालोनी निवासी पंकज शर्मा ने बल्कि पूरे पंजाब का नाम चमकाया है।

अमृतसर, अखिलेश सिह यादव। खगोलीय क्षेत्र में तीन क्षुद्र ग्रह खोजने वाले कांगड़ा कालोनी निवासी पंकज शर्मा ने गुरुनगरी ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब का नाम चमकाया है। उन्हें राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने राष्ट्रीय पुरस्कार देने की घोषणा की है। देश के अलग-अलग राज्यों से 28 अध्यापकों में से उन्हें चुना गया है। पंकज को यह पुरस्कार शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए शिक्षा में नवाचार पद्धति और प्रयोग में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है।

पंकज सरकारी मिडिल स्कूल में साइंस टीचर हैं। उन्होंने तीन क्षुद्र ग्रह (एस्ट्रायड) ढूंढे हैैं और इन क्षुद्र ग्रह को अपने नाम पर रजिस्टर्ड करवाने का गौरव भी हासिल किया है। यह क्षुद्र ग्रह शोध नेशनल एरोनाटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) की ओर से प्रायोजित था। इंटरनेशनल एस्ट्रानामिकल सर्च कोआपरेशन के तहत नासा स्पेस एजेंसी के तत्वावधान में विपनेट (विज्ञान प्रसार, भारत सरकार) के सहयोग से अखिल भारतीय एस्ट्रायड खोज कार्यक्रम : इग्नाइटेड माइंडस स्काईएएसी सप्तऋषि इंडिया एस्ट्रायड सर्च कैंपेन में चयनित होने वाले पंजाब के तीन वैज्ञानिकों में से अध्यापक पंकज शर्मा भी शामिल थे। पंकज के व्यक्तिगत खाते में तीन प्रीलिमिनरी एस्ट्रायड की खोज आई थी। वैज्ञानिक नाम के अनुसार रिकार्ड में पी118बीटीएस, पी118केएनजी नाम दिया गया था। टीम के नाम रिकार्ड में वीपीएस4305, वीपीएस4306, वीपीएस4308 नाम रखा गया था।

loksabha election banner



बच्चों को भी बताते हैं वैज्ञानिक गतिविधियां

पंकज शर्मा ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी एस्ट्रानामिकल क्षेत्र में काफी दिलचस्पी है। वह बच्चों को भी वैज्ञानिक गतिविधियों से परिचित करवाते रहते हैं। स्कूल विलेज में विलेज साइंस क्लब को चला रहे हैं।

कई मुहिम में कर चुके पंजाब का प्रतिनिधित्व

पंकज ने गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से मास्टर इन फिजिक्स की है। वह पुष्पा गुजराल साइंस सिटी कपूरथला के साथ भी काम कर चुके हैं। विज्ञान प्रसार के विपनेट क्लबों की अखिल भारतीय स्तर की विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों की 10 टीमों ने छह अक्टूबर से तीन नवंबर 2020 के मध्य इग्नाइटेड माइंडस- स्काईएएसी सप्तऋषि इंडिया एस्ट्रायड सर्च कैंपेन में प्रतिभागिता की थी। इस प्रोजेक्ट में पंकज (कोऑर्डिनेटर, विलेज साइंस क्लब) ने सप्तर्षि-विपनेट कैंपेन की टीमों में पंजाब का प्रतिनिधित्व किया था।

स्पीड पोस्ट से मिलेगा अवार्ड प्रमाण पत्र, खाते में ट्रांसफर होगा नकद पुरस्कार

एनसीईआरटी ने पंकज कुमार शर्मा को पत्र भेजकर इसके बारे में सूचित किया है। उन्हें एनसीईआरटी की ओर से वर्ष 2019-20 के लिए नेशनल अवार्ड के सिलेक्ट किया गया है। पुरस्कार के लिए नकद राशि उनके अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी। इसके अलावा अवार्ड प्रमाण पत्र स्पीड पोस्ट के माध्यम से घर भेजा जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.