World Tourism Day: अमृतसर में वीकेंड पर सभी छोटे-बड़े 850 होटल फुल, रोजाना पहुंच रहे 80 हजार से ज्यादा पर्यटक
पंजाब में अमृतसर पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है। यहां पर गोल्डन टेंपल के साथ-साथ अटारी-वाघा बार्डर पार्टीशन म्यूजियम सहित कई चीजें देखने लायक हैं। इस समय वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या डेढ़ लाख के पार पहुंच गई है।
हरीश शर्मा, अमृतसर। कोरोना काल के दो सालों के बाद आखिरकार एक बार फिर से 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा है। इस बार इस दिवस को मनाने की मेजबानी इंडोनेशिया कर रहा है और बाली शहर में इसे धूमधाम से मनाया जाएगा। वहीं अगर हम अपने शहर की बात करे तो अमृतसर भी पर्यटकों के लिए पहली पसंद है। जिसका नतीजा है यहां पर रोजाना आने वाले पर्यटकों की संख्या 70 से 80 के पार निकल चुकी है।
वीकेंड में तो पर्यटकों की संख्या डेढ़ लाख तक पहुंच रही है। पर्यटकों की लगातार संख्या बढ़ने से इससे जुड़े अन्य व्यवसाय के लोगों के चेहरों पर अब खुशी छा गई है क्योंकि दो साल तक लगातार कोरोना की पाबंदियां रहने के कारण टूरिज्म उद्योग को बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा था। वहीं हेरिटेज स्ट्रीट पर भी भारी संख्या में लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है जोकि अलग-अलग स्थानों पर सेल्फी लेते हुए दिखाई देते हैं।
20-20 दिन पहले ही होटल फुल
अमृतसर होटल एंड रेस्त्रां एसोसिएशन सिविल लाइन के प्रधान एपीएस चट्ठा के मुताबिक होटल इंडस्ट्री इस समय काफी अच्छे से चल रही है। पिछले दो सालों के दौरान काफी ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी थी। मगर अब लगातार पर्यटकों संख्या बढ़ रही है। जिसका नतीजा है कि वीकेंड के दिनों 20-20 दिन पहले ही एडवांस बुकिंग हो जाती है। पूरे शहर में छोटे-बड़े सब मिलाकर 850 के करीब होटल है और इनमें नौ हजार से ज्यादा कमरे हैं।
इन जगहों पर रोजाना घूमने जाते है पर्यटक
देश-विदेश से आने वाले पर्यटक सबसे दरबार साहिब में माथा टेकते है। इसके बाग जलियांवाला बाग में 13 अप्रैल 1919 को शहीदों को श्रद्घांजलि देने के उपरांत सीधा श्री दुर्ग्याणा मंदिर में माथा टेकने के लिए जाते है। वहीं दोपहर के समय अटारी बार्डर पर रिट्रिट सेरेमनी का देखने के बाद शाम को साडा पिंड, किला गोबिंदगढ़ और पार्टशियन म्यूजियम आदि जाना पसंद करते हैं।
अमृतसर पहुंचने पर लोगों के पसंदीदा पर्यटन स्थलों में जलियांवाला बाग भी शामिल है।
पर्यटन दिवस का इतिहास :
साल 1980 से ही हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। इसकी स्थापना साल 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संस्था ने की थी। जो साल 1970 में यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड टूरिज्म ओर्गेनाइजेशन के संविधान को स्वीकारे जाने की तारीख को दर्शाता है। जिसके बाद साल 1976 में यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड टूरिज्म ओर्गेनाइजेशन की स्थापना हुई जिसका मुख्यालय मेड्रिड, स्पेन में है। साल 1979 में पर्यटन के बढते रुझान को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संस्था ने 1980 से हर साल 27 सितंबर को वर्ल्ड टूरिज्म डे मनाने का फैसला किया गया था। जिसका मकसद लोगों को पर्यटन के प्रति प्रोत्साहित करना और इसका महत्व बताना था।