खिलाड़ियों के साथ-साथ कोच का भी होगा फिटनेस टेस्ट, स्पोर्ट्स अथारिटी आफ इंडिया ने लिया फैसला
स्पोर्ट्स अथारिटी आफ इंडिया (साई) के खिलाड़ियों के साथ-साथ कोच को भी फिट रहना होगा। साई ने वर्ष में दो बार विभिन्न खेलों के कोचों के फिटनेस टेस्ट लेने की बात कही है। टेस्ट के साथ-साथ निजी फाइल बनाने की भी बात कही है।
जालंधर, जेएनएन। स्पोर्ट्स अथारिटी आफ इंडिया (साई) के खिलाड़ियों के साथ-साथ कोच को भी फिट रहना होगा। साई ने वर्ष में दो बार विभिन्न खेलों के कोचों के फिटनेस टेस्ट लेने की बात कही है। टेस्ट के साथ-साथ निजी फाइल बनाने की भी बात कही है। टेस्ट लिए जाने का मुख्य उद्देश्य कोचों को फिट रखना है ताकि वह खिलाड़ियों को बेहतर ट्रेनिंग दे सकें।
देश में फिटनेस की पहली परीक्षा होगी जिसमें कोचों को बाडी कंपोजीशन टेस्ट, योगासन शामिल होंगे। महिला कोच के लिए पुशअप व दो किलोमीटर दौड़ या पैदल चलने को शामिल किया गया है। साई की ओर से यह टेस्ट वर्ष 18 से 65 वर्ष की आयु वर्ग के हिसाब से करवाया जाएगा। फिलहाल कोच भी टेस्ट देने के लिए तैयार है। पंजाब खेल विभाग की बात करें तो कोचों को विभिन्न खेलों में हुए नए बदलाव, नई खेल तकनीक की जानकारी देने के लिए 15 अक्टूबर को एक सप्ताह के रिफ्रेशर कोर्स मोहाली में शुरु किए जाने थे। जिसमें विभिन्न खेलों के कोचों ने शामिल होना था।
खेल विभाग के कर्मचारी कोरोना की गिरफ्त में आने की वजह से कोर्स की तारीख को स्थगित करना पड़ा। कोच गुरप्रीत सिंह ने कहा कि साई खिलाड़ियों के साथ-साथ कोच को फिट रखने के लिए वर्ष में दो बार फिटनेस टेस्ट लेने जा रहा है।