मन्नण ने मीटिग से बाहर जाने के लिए कहा, भाटिया नाराज होकर लौटे
लोकसभा चुनाव में जहां सभी पार्टियां अपने-अपने नाराज नेताओं को मनाने में लगी हैं। वहीं शिरोमणि अकाली दल के नाराज नेता तो चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए ही हैं दूसरी ओर जो चुनाव प्रचार में लगे हैं उन्हें भी किसी न किसी तरीके से नाराज किया जाना पार्टी प्रत्याशी के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
महासमर
फोटो 131, 132
जागरण संवाददाता, जालंधर
लोकसभा चुनाव में जहां सभी पार्टियां अपने-अपने नाराज नेताओं को मनाने में लगी हैं। वहीं, शिरोमणि अकाली दल के नाराज नेता तो चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए ही हैं, दूसरी ओर जो चुनाव प्रचार में लगे हैं उन्हें भी किसी न किसी तरीके से नाराज किया जाना पार्टी प्रत्याशी के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ताजा मामला शनिवार को पार्टी ने वाइस प्रेसिडेंट पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया की नाराजगी का सामने आया है। बताते हैं कि भाटिया जिला प्रधान कुलवंत सिंह मनन्ण की ओर से उन्हें पार्टी की मीटिंग में शामिल होने की बजाये दूसरे कमरे में इंतजार करने के लिए कहने पर नाराज होकर वहां से चले गए। यही बस नहीं भाटिया की नाराजगी का एक ओर कारण वेस्ट हलके में मीटिंग बुलाकर उन्हें करीब एक घंटे तक इंतजार करवाना और भाजपा नेता मोहिंदर भगत का मीटिंग में बाहर से ही चला जाना है।
बताते हैं कि भाटिया जब नाराज होकर जा रहे थे तो चरणजीत सिंह अटवाल के बेटे पूर्व विधायक इंदर इकबाल सिंह अटवाल ने भाटिया बाहर आकर मनाने की बजाए अंदर से आवाज लगा कर बुलाया। इस पर भाटिया रुकने की बजाए नाराजगी जताते हुए ऑफिस से चले गए। सर्कल प्रधानों की मीटिंग में नहीं आने दिया भाटिया को
बताते हैं कि दोपहर तीन बजे डिफेंस कॉलोनी स्थित पार्टी ऑफिस में दोपहर तीन बजे वेस्ट हलके की मीटिग बुलाई गई थी। जब भाटिया ऑफिस पहुंचे तो वहां पहले से ही प्रधान कुलवंत सिंह मनन्ण सर्कल प्रधानों और बूथ प्रधानों से मीटिग कर रहे थे। जैसे ही भाटिया पहुंचे तो मन्नण ने उन्हें कहा कि वह दूसरे कमरे में इंतजार करें। इसे भाटिया ने अपना अपमान बताया। भाटिया ने कहा कि मीटिग में पार्टी के तीन वाइस प्रेसिडेंट पहले ही बैठे हुए थे। ऐसे में उन्हें मीटिग से बाहर जाने के लिए कहना ठीक नहीं है। मोहिदर भगत की लेटलतीफी से भड़के भाटिया
डिफेंस कॉलोनी के चुनावी दफ्तर में जालंधर वेस्ट हलके के नेताओं के साथ दोपहर 3 बजे मीटिग होनी थी। भाटिया साथियों सहित वहां 3 बजे पहुंच गए लेकिन महिदर भगत 4 बजे पहुंचे। महिदर भगत दफ्तर पहुंच कर बाहर से ही वापस जाने लगे तो कमलजीत सिंह भाटिया और भड़क गए। भाटिया ने कहा कि यह कोई तरीका नहीं है मीटिग करने का। उन्हें तीन बजे बुलाया गया लेकिन 4.30 बजे मीटिग शुरू नहीं की। भाटिया ने कहा कि वह मीटिग के लिए प्रचार छोड़ कर आए हैं। सीनियर नेताओं को किसी का समय खराब नहीं करना चाहिए। कितने ही वर्कर मीटिग के लिए उनके साथ आए थे लेकिन सब का समय खराब किया गया। रिकू अटवाल की मन्नण के साथ बहस
जिला अकाली जत्था के प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण और अकाली उम्मीदवार चरणजीत सिंह अटवाल के बेटे इंदर इकबाल सिंह अटवाल में भी शनिवार को आफिस में ही बहसबाजी हुई। जिला प्रधान मन्नण ने इस बात पर एतराज जताया कि मीटिग बुलाई जाती है लेकिन उन्हें फोन तक नहीं किया जाता। इस पर रिकू अटवाल ने भी मन्नण को जिला इकाई की वर्किंग को लेकर काफी कुछ सुना दिया। रिकू अटवाल ने कहा कि जिस तरह अकाली जत्था काम कर रहा है उसे देख कर तो 15 दिन पहले ही हाथ खड़े हो गए थे। अकाली दल की कारगुजारी ठीक न होने के बाद रिकू अटवाल ने सारा चार्ज खुद लिया हुआ है।
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