आरटीए ट्रैक पर दलालों का बोलबाला, छित्तर मारने की धमकी देकर करवा लिया काम
जालंधर आरटीए दफ्तर में जब एक दलाल को रोका गया तो उसने अपने राजनीतिक आका को फोन कर दिया। थोड़ी देर बाद आरटीए सचिव को उसका काम करने के निर्देश देने पड़े।
जागरण संवाददाता, जालंधर : आरटीए में पिछले लगभग दो दशक से दलाली कर रहे एक बड़े दलाल को आरटीए के मुलाजिम ने दफ्तर में दूसरों की फाइलें लेकर घुसने से मना कर दिया तो उसने सार्वजनिक रूप से ऑफिस इंचार्ज को धमकी दे डाली। बोला-छित्तर मारकर काम कराऊंगा? आरटीए सचिव कंवलजीत सिंह पर जब शहर की एक प्रमुख हस्ती का दबाव पड़ा तो उन्होंने ऑफिस इंचार्ज को आदेश दे दिए कि उसका काम कर दो, इससे पहले आरटीए सचिव ने ही मुलाजिमों को आदेश दिए थे कि किसी भी दलाल को ऑफिस के अंदर न घुसने दें।
यह है मामला
पटेल चौक पर फाइनेंस का कारोबार करने वाला एक व्यक्ति पिछले लगभग दो दशकों से आरटीए में दलाली कर रहा है। पटेल चौक ट्रांसपोर्ट कंपनियों का हब होने के कारण वहां कॉमर्शियल वाहनों की आरसी ट्रांसफर आदि का काम यह दलाल अपनी फाइनांस कंपनी के नाम पर ले लेता है। बाद में लोगों से मोटी राशि ऐंठकर काम कराने आरटीए ऑफिस में आता है। दूसरी तरफ कुछ दिनों से आरटीए सचिव कंवलजीत सिंह ने दलालों की एंट्री बैन कर रखी है। शुक्रवार शाम को लगभग साढ़े पांच बजे जब मुलाजिम आरटीए में कामकाज निपटा रहे थे तभी दलाल कई लोगों की आरसी ट्रांसफर की फाइलें लेकर आरटीए दफ्तर के 120 नंबर कमरे में पहुंच गया।
वहां इंचार्ज मनिंदर सिंह ने उसे अंदर आने से रोक दिया। दलाल को ये बात बुरी लग गई, उसने खुलेआम इंचार्ज को खूब खरी खोटी सुनाते हुए सीधी धमकी दे डाली कि वह छित्तर मारकर काम करा लेगा। धमकाने के बाद उसने मौके से ही अपने एक राजनीतिक आका को फोन घुमाया। थोड़ी देर वहीं प्रतीक्षा की। सूत्रों का कहना है कि कुछ देर बाद ही सचिव आरटीए का फोन विभाग के ही एक मुलाजिम को आया, उन्होंने दलाल का काम करने के लिए मुलाजिम को आदेश दे दिए। आरटीए में शाम को हुई ये घटना चर्चा का विषय बनी हुई है।
मैंने नहीं दिया काम करने का आदेश
मामला मेरे संज्ञान में आया जरूर था,लेकिन मैंने किसी दलाल का काम करने के लिए नहीं कहा है, बल्कि दलालों को न घुसने का आदेश तो मैंने ही दिया है, जिस पर सख्ती से पालन किया जाएगा।
-कंवलजीत सिंह, सचिव आरटीए।