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पराली जलाने वालों से प्रशासन ने वसूला 17 लाख रुपये जुर्माना

प्रशासन की सख्ती व जागरूकता फैलाने के बावजूद जिले में अब तक धान की पराली जलाने के मामले थम नहीं रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 06:00 AM (IST)
पराली जलाने वालों से प्रशासन ने वसूला 17 लाख रुपये जुर्माना
पराली जलाने वालों से प्रशासन ने वसूला 17 लाख रुपये जुर्माना

जागरण संवाददाता, जालंधर

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प्रशासन की सख्ती व जागरूकता फैलाने के बावजूद जिले में अब तक धान की पराली जलाने के मामले थम नहीं रहे हैं। जिला प्रशासन ने पराली जलाने वाले किसानों से 17 लाख रुपये जुर्माना वसूला किया है। जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक जिले में धान की कटाई का सीजन शुरू होने से लेकर 11 नवंबर तक पराली के अवशेष को आग लगाने के 1724 मामले सामने आ चुके हैं। टीमों ने पराली जलाने की इन घटनाओं की जांच-पड़ताल करने के उपरांत 1675 मामलों पर कार्रवाई कर दी है। इसमें 14 किसानों के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है।

इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार की हिदायतों पर जिला प्रशासन ने किसानों को पराली को आग न लगाने के लिए जागरूकता मुहिम चलाई थी। कृषि विभाग ने सेमिनार लगाकर किसानों को पराली को खेतों में जोतकर जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने को भी प्रेरित किया था। इसके साथ ही पराली जलाने से पर्यावरण व मानवता को होने वाले नुकसान के बारे में भी बताया था। इसके बावजूद जिले में किसानों ने पिछले साल के मुकाबले इस साल पराली के अवशेष को अधिक स्थानों पर आग लगाई है। उधर, प्रशासन ने सख्ती करने के भी संकेत दिए थे। इसके तहत धान के अवशेष को आग लगाने वाले किसानों की सेटेलाइट से पहचान कर जांच पड़ताल के उपरांत दोषी पाए गए किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।

बता दें कि 11 नवंबर तक जिले में खेतों में अवशेष जलाने के 1675 मामले आए थे, जिनमें 619 मामलों में दोषी पाए जाने वाले किसानों को 17.20 लाख रुपये जुर्माना किया गया। चार मामलों में अभी भी कार्रवाई करना बाकी है। इसके अलावा माल विभाग की तरफ से 614 मामलों में किसानों के खसरा गिरदावरी में रेड एंट्री डाल दी गई। चार किसानों के खिलाफ 1981 एयर एक्ट की धारा 93 के तहत एफआइआर दर्ज की गई व 10 केसों में आइपीसी की धारा 188 के तहत केस दर्ज किए गए। इसके साथ बिना एसएमएस वाली कंबाइन चलाने के दो मामलों में एक लाख रुपये जुर्माना किया गया। धान के अवशेष जलाने में लोहियां ब्लाक आगे

10 नवंबर तक जिले में धान के अवशेष खेतों में जलाने के मामले में लोहियां ब्लाक सबसे आगे रहा, जबकि जालंधर पूर्वी में सबसे कम मामले देखे गए। लोहियां ब्लाक में 269 स्थानों में खेतों में आग लगाई गई व जालंधर पूर्वी में केवल 21 स्थानों पर धान के अवशेष जलाए गए। पराली जलाने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी

डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने कहा कि धान की कटाई के सीजन से पहले ही किसानों को अपील की गई थी कि खेतों में धान के अवशेष को आग न लगाएं। उन्होंने कहा कि पराली जलाने वालों के खिलाफ सख्ती जारी रहेगी। ब्लाक केस

भोगपुर 52

आदमपुर 36

जालंधर पूर्वी 21

जालंधर पश्चिम 52

फिल्लौर 181

रुड़का कलां 108

नूरमहल 265

नकोदर 237

महितपुर 241

शाहकोट 223

लोहियां खास 269


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