अफसरों के खेल से पटाखा मार्केट में चल रहा घालमेल, सारे कायदे और कानून फेल Jalandhar News
सबसे निराशाजनक यह है कि इस खेल को कोई जूनियर नहीं बल्कि तीन महकमों के बड़े अफसर ही रचाकर बैठे हुए हैं।
जालंधर, जेएनएन। 20 लाइसेंस और सौ से ज्यादा दुकानें, यह गणित की कमजोरी नहीं बल्कि अफसरों का खेल है। इसकी बदौलत ही वल्टर्न पार्क में बन रही पटाखा मार्केट में घालमेल किया गया है। कोर्ट को दिखाने के लिए अफसर बीस लाइसेंस देने की कागजी कार्रवाई पहले ही निपटा चुके हैं। अब उन्हें अगर किसी बात का इंतजार है वह यह है कि किसी तरह दीवाली का पर्व अमन से निकल जाए।
दीवाली निकलते ही यह मामला भी अपने आप ठंडा पड़ जाएगा। सबसे निराशाजनक यह है कि इस खेल को कोई जूनियर नहीं, बल्कि तीन महकमों के बड़े अफसर ही रचाकर बैठे हुए हैं। जो अब किसी तरह दीवाली बिताने के लिए इस मुद्दे पर मुंह खोलने तक को तैयार नहीं है। खासकर, मीडिया से कन्नी काट रहे हैं ताकि गड़बड़ी पर जवाबदेही से बचा जा सके।
निगम अफसर चेकिंग करने गए, किराया वसूल लौटे
निगम कमिश्नर दीपर्वा लाकड़ा के बिना डिजाइन बन रही दुकानों की चेकिंग कर कार्रवाई के दावों की भी बुधवार को हवा निकल गई। निगम के तहबाजारी सुपरिंटेंडेंट मनदीप सिंह वल्टर्न पार्क पहुंचे। उन्होंने कहा कि पटाखा मार्केट के लिए 20 हजार वर्ग फुट जगह अलॉट की गई है। यह जमीन बीस बूथों के लिए दी गई है। इसके बदले उन्होंने 25 हजार रुपये प्रति बूथ के हिसाब से कुल पांच लाख रुपये वसूल कर लिए हैं। यहां कितने पटाखा विक्रेता काम करेंगे, यह निगम का नहीं पुलिस का काम है। वहीं, पुलिस इसे नगर निगम की जिम्मेदारी बता रही है। हैरत की बात यह है कि मामला उजागर होने से पहले तक निगम ने अपना रेवेन्यू तक वसूल नहीं किया था। हालांकि पुलिस अधिकारी इस मुद्दे पर अभी तक कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
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