जालंधर में AAP ने कहा-कृषि कानूनों पर केंद्र का रवैया अड़ियल, इसीलिए किसानों से हर मीटिंग नाकाम
जालंधर शहर जिला प्रधान राजविंदर कौर और देहात प्रधान प्रिंसिपल प्रेम कुमार ने कहा कि किसानों और सरकार के बीच 9वें दौर की मीटिंग असफल रहने का एकमात्र कारण केंद्र सरकार की पूंजीपतियों को किसानों की जमीन छीन कर देने की जिद है।
जालंधर, जेएनएन। जालंधर में आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये के कारण ही किसानों के साथ हुई हर एक बैठक असफल रही है। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान 100 से ज्यादा किसानों की जान चले जाने पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार से नींद से जागने और कृषि सुधार कानून वापस लेने की मांग की।
जालंधर शहरी जिला प्रधान राजविंदर कौर और देहात जिला प्रधान प्रिंसिपल प्रेम कुमार ने कहा कि किसानों और सरकार के बीच 9वें दौर की मीटिंग असफल रहने का एकमात्र कारण सरकार की पूंजीपतियों को किसानों की जमीन छीन कर देने की जिद है। उन्होंने कहा कि देश के अन्नदाता की बिल्कुल सीधी और स्पष्ट मांग है कि किसानों को बर्बाद करने वाले तीनों ही कृषि कानून रद किए जाएं। यदि सरकार को यह समझ नहीं आता तो उनको सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है।
जालंधर आम आदमी पार्टी शहर प्रेसीडेंट राजविंदर कौर व देहात प्रेसीडेंट प्रेम कुमार।
किसान परेड को लेकर ना फैलाई जाए अफवाहें
आप नेताओं ने कहा कि सरकार गणतंत्र दिवस पर किसान परेड को लेकर लोगों को भड़काने से बाज़ आए। उन्होंने कहा कि किसानों ने स्पष्ट कहा है कि वह किसी तरह की हिंसा में विश्वास नहीं करते हैं और शांतिपूर्वक ढंग से अपने हक मांगते रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में किसानों का समर्थन करने वाले लोगों को सरकार की ओर से नोटिस जारी करना दुर्भाग्यपूर्ण है और सरकार को ऐसी कार्रवाइयों से गुरेज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को बदनाम करने के बजाए तीनों ही कृषि कानून तुरंत रद करे।