Chhath Puja 2020: छठ पूजा से छंटेंगे मंदी के बादल, जालंधर में 35 करोड़ के कारोबार की उम्मीद
जिले में इस बार छठ व्रत पर 55 हजार के करीब परिवार पूजा करेंगे। प्रति परिवार पूजा की सामग्री व व्रत के सामान पर 6 से 7 हजार रुपये खर्च करता है। ऐसे में जिले में 35 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार की आस लगाई जा रही है।
जालंधर, जेएनएन। दीवाली के बाद छठ पूजा के साथ जिले में मंदी के बादल छंटने जा रहे है। छठ व्रत व पूजा को लेकर जिले में इस बार 35 करोड़ के लगभग कारोबार होने की उम्मीद है। जिसे लेकर जिले के कई इलाकों में व्यापक स्तर पर बाजार सज चुके है। जहां पर केवल लोकल ही नहीं बल्कि बिहार से मंगवाई गई सामग्री की भी बिक्री की जा रही है। जिले में इस बार छठ व्रत पर 55 हजार के करीब परिवार पूजा करेंगे। प्रति परिवार पूजा की सामग्री व व्रत के सामान पर 6 से 7 हजार रुपये खर्च करता है।
ऐसे में जिले में 35 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार की आस लगाई जा रही है। आस्था का महापर्व छठ पूजा व व्रत को लेकर बुधवार को नहाय-खाय की रस्म अदा की गई। इसके तहत छठ व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं ने बुधवार को नहाकर देसी घी से निर्मित आरवा चावल, कद्दू की सब्जी व अरहर की दाल तैयार की जाती है। जिसे वीरवार को सुबह छठी माता की पूजा करके ग्रहण किया जाता है।
यह है छठ पूजा का सामान
छठ पूजा को लेकर विशाल टोकरे में कई तरह का सामान शामिल किया जाता है। इसमें हरी सौैंफ, आंवला, सुपारी, आर्ता, मुखाने, मूंगफली, सिंघाड़े, शकरकंदी, सीताफल, गिरी गोला, सिंदूर, सूखा नारियल, नींबू, चकोतरा, अरबी, हल्दी, अदरक के पत्ते, लकड़ी की धूप, रिठा चावल, अनानास, खीरा, सेब, गन्ना, धागे, मेकअप का सामान आदि शामिल है। इस टोकरे पर करीब एक से डेढ़ हजार रुपये का खर्च आता है।
विदेशों में भी है मान्यता
श्री छठ पूजा प्रबंधक कमेटी के निदेशक मोती लाल यादव बताते हैं कि छठ व्रत का हिंदू धर्म में खास महत्व है। इसे विश्व भर में बसे हिंदू पूर्ण श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था से जुड़े कई सदस्य अमेरिका, इंग्लैंड, दुबई, सिंगापुर सहित कई देशों में बस गए हैं, जो वहां पर छठ पूजा विधिवत पूरी करते हैं।