आइवीएफ सेंटरों में 30 फीसद घटे मरीज
कोरोना वायरस का असर संतान सुख से वंचित दंपतियों में भी दिखने लगा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना वायरस का असर संतान सुख से वंचित दंपतियों में भी दिखने लगा है। आइवीएफ सेंटरों में 25 से 30 फीसद बांझपन का इलाज कराने वालों में कमी आई है। इंडियन फर्टीलिटी सेंटर पंजाब की सचिव डॉ. हरिदर कौर ओबराय का कहना है कि सितंबर से मार्च तक ज्यादातर लोग विदेशों से इलाज करवाने के लिए आते हैं। दिसबंर में चीन से कोरोना वायरस की दस्तक के बाद दहशत का माहौल पैदा हो गया। क्योंकि जो लोग इलाज करवाने पहुंचे थे उनमें से ज्यादातर लौट गए। एयर लाइंस बंद होने की वजह से नए दंपती इलाज के लिए नहीं पहुंच रहे। वहीं हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू कश्मीर के लोग भी यहां आने से कतराने लगे हैं। इसके कारण सेंटरों में कामकाज प्रभावित होने लगा है और 25 से 30 फीसद मरीज कम हुए हैं। जालंधर में 25 आइवीएफ सेंटर है। इन केंद्रों में केवल दोआबा क्षेत्र के ही लोग इलाज करवाने के लिए पहुंच रहे हैं।
खांसी व जुकाम के मरीज बरतें सावधानी
कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने के लिए सरकारी हाई स्कूल किशनपुरा में संगोष्ठी हुई। प्रिसिपल परमिदर सिंह की अगुवाई में आयोजित संगोष्ठी में पार्षद डॉ. जसलीन कौर सेठी ने बताया कि वायरस ज्यादातर कमजोर प्रतिरोधक शक्ति वाले लोगों पर हावी होता है। पौष्टिक आहार और व्यायाम से शरीर को तंदुरुस्त रखने से बीमारी से बचाव संभव है। नजला, बुखार व खांसी के मरीजों को मास्क पहनने की सलाह दें और उनसे कम से कम एक मीटर तक की दूरी बनाकर रखें। वहीं डॉ. सुरिन्दर कल्याण ने बताया कि इस वायरस की दहशत विश्व भर में फैल चुकी है। मौके पर मंजू शर्मा, नीलम, संतोष कांता, अर्पणदीप, अनुबाली मौजूद थे।