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श्री बाबा हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन: भोर तक सजी महफ‍िल, इंद्राणी की प्रस्तुति ने लगाए चार चांद

143वें श्री बाबा हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन में अंतिम दिन संगीत की महफिल सोमवार की भोर तक सजी।

By Edited By: Published: Mon, 31 Dec 2018 10:06 PM (IST)Updated: Tue, 01 Jan 2019 10:26 AM (IST)
श्री बाबा हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन: भोर तक सजी महफ‍िल, इंद्राणी की प्रस्तुति ने लगाए चार चांद
श्री बाबा हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन: भोर तक सजी महफ‍िल, इंद्राणी की प्रस्तुति ने लगाए चार चांद

जालंधर, [सत्येन ओझा]।143वें श्री बाबा हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन में अंतिम दिन संगीत की महफिल सोमवार की भोर तक सजी। 2.8 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच भी संगीत सम्मेलन के पांडाल में रात भर संगीत प्रेमी जमे रहे। मंच पर कोलकाता की प्रख्याक गायिका इन्द्राणी मुखर्जी के सुरों में फूटती स्वर लहरियों के बीच जैसे ही सुबह सवा पांच बजे फूलों की वर्षा शुरू हुई मंच पर एक अलग ही आभा बिखर गई। मंच पर बेहरत प्रस्तुति देकर इन्द्राणी ने महफ‍िल को चार चांद लगा दिए। अपनी प्रस्तुति के दौरान इन्द्राणी मुखर्जी ने ठाकुर जयदेव सिंह की विरह प्रधान रचना- नैना बरसे सेज ते आंगन बरसे मेह, होड़ा होड़ी लग रही उत सावन इत नेह पेश कर गर्मी से राहत देती सावन की झड़ी के बीच स्नेह की जो बारिश मंच से की ऐसा लगा मानो इन्द्राणी के स्वरों पर इन्द्र देव रींझ गए हों।

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फूलों के रूप में श्री बाबा हरिवल्लभ महासभा की स्नेह वर्षा ने इन्हीं भावों को जीवंत कर दिया। इन्द्राणी मुखर्जी ने भी अपने गायन के दौरान कलात्मक संवेदनशीलता दिखाते हुए ठुमरी व राग पीलू में दादरा सुनाकर हर किसी को सम्मोहित कर दिया। गायिका इन्द्राणी मुखर्जी द्वारा प्रस्तुत कजरी में प्रकृति का सौंदर्य उतर आया। उनकी कजरी-रिमझिम परेला फुहार बदरिया घेरि आई ननदी.। चहुंओर बरसेला कारी रे बदरिया भीजेले चुनरिया हमार.दामिनी दमके चमके री बिनु बदरा आज की सांझ छवि की छटा बरनि ना जाए.. ने खूब तालियां बटोरीं। इससे पहले क्लेरीनेट वादक डॉ.पंडित नरसिम्हालु वेदवती व उनके बेटे वेंकटेश्वर्या वेदवती के वादन ने पंडाल में मौजूद श्रोताओं के दिलों के तार झंकृत कर दिए। उनके वादन को खूब पसंद किया गया। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने एक के बाद एक रचना पेश की।

शास्त्रीय गायक जयतीर्थ मेवुंडी ने राग मल्हार के साथ अपनी प्रस्तुति शुरू तो वे जब तक मंच पर रहे, अपने गायकी के खूबसूरत अंदाज से सबका मन मोह लिया। अगले साल से चार दिन का होगा सम्मेलन सम्मेलन का समापन वंदे मातरम के साथ हुआ। पुष्पवर्षा के बाद मंच पर पहुंचे श्री बाबा हरिवल्लभ संगीत महासभा के सभी पदाधिकारियों ने गायिका इन्द्राणी मुखर्जी के साथ वंदे मातरम के साथ सम्मेलन का समापन किया। हैरानी की बात है कि कड़ाके की सर्दी में संगीत की महफिल में रात भर बड़ी संख्या में श्रोता जमे रहे। इस बीच महासभा की अध्यक्ष पूर्णिमा बेरी ने घोषणा की सम्मेलन अगले साल से चार दिन होगा।

संगीत सम्मेलन की तिथियां भी उन्होंने घोषित करते हुए बताया कि अगले साल संगीत सम्मेलन 26, 27, 28 व 29 दिसंबर को होगा। संगीत सम्मेलन का एक दिन बढ़ जाने के कारण संगीत प्रतियोगिता की तिथियों में भी उसी हिसाब से बदलाव किया जाएगा। इस मौके पर महासभा के महासचिव दीपक बाली, डॉयरेक्टर नोर्थ जोन कल्चरल सेंटर पटियाला डॉ.सौभाग्य व‌र्द्धन, डायरेक्टर इंजी.एसएस अजीमल, ट्रेजरार राकेश दादा आदि मौजूद रहे।


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