पुडा व निगम की लापरवाही, अर्बन एस्टेट से बावा खेल तक 120 फुटी रोड का लिंक टूटा Jalandhar News
120 फुटी रोड को लेकर पुडा-नगर निगम का कुछ लोगों के साथ मालिकाना हक को लेकर कोर्ट केस चल रहा है। जागरण आपके द्वार के तहत लोगों ने इससे हो रही परेशानियों के बारे में बात की।
जालंधर, जेएनएन। वार्ड नंबर 28 के होकर निकलती 120 फुटी रोड शहर की लाइफ लाइन साबित हो सकती है, लेकिन विभागीय लापरवाहियों के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है। 120 फुटी रोड को लेकर पुडा-नगर निगम का कुछ लोगों के साथ मालिकाना हक को लेकर कोर्ट केस चल रहा है। 'जागरण आपके द्वार' के तहत इलाके के लोगों ने 120 फुटी रोड के न बनने और कोर्ट केसों से हो रही परेशानी के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि अगर 120 फुटी रोड पूरी तरह से क्लियर हो जाती है तो अर्बन एस्टेट, पीपीआर माल, विनय नगर, इनोसेंट हार्ट स्कूल, लतीफपुरा से होकर जीटीबी नगर, गुरु रविदास चौक, बस्ती बावा खेल में कपूरथला रोड तक लोगों को काफी फायदा होगा। यह रोड शहर के एक बड़े हिस्से के लिए वरदान साबित होगी। मिट्ठापुर इलाके की 50 से ज्यादा कॉलोनियों को तो सीधे तौर पर ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिल जाएगा। जमीन पर कब्जे को लेकर अभी भी मामला हाईकोर्ट मे हैं।
120 फुटी रोड के कब्जे का मामला
1982 में पुडा के जमीन एक्वायर करने के साथ शुरू हुआ। जिस सोसायटी के पास जमीन थी, उससे पुडा ने हाईकोर्ट में 1985 में केस जीत लिया। इसके बाद 1995 में सुप्रीम कोर्ट से भी केस जीत लिया, लेकिन पुडा ने जमीन का इंतकाल अपने नाम नहीं करवाया और न ही जमीन का कब्जा लिया। इस बीच 1985 के आसपास इस जमीन पर पुडा ने सीवरेज लाइन भी बिछा दी तो कई लोग कोर्ट चले गए। 2012-13 में पुडा ने कुछ लोगों से कब्जा छुड़वाया। तीन साल पहले कुछ कोठियां भी तोड़ी गईं। जमीन खाली होने के बाद निगम ने लापरवाही की और सड़क नहीं बनाई। यह जमीन अब निगम को ट्रांफसर हो गई है, लेकिन इस बीच फिर से कोर्ट केस हो गया है। पार्षद बलराज ठाकुर इस मामले में खुद पार्टी बनकर कब्जा छुड़वाने के लिए प्रयासरत हैं। कोर्ट केस में पार्टी बनने की उनकी अर्जी फिलहाल पेंडिंग है। मामला फंसने से सड़क निर्माण फिलहाल रूका हुआ है।
रोड बनने से ट्रैफिक सिस्टम सुधरेगा : विपन जैन
विपन जैन का कहना है कि 120 फुट रोड शहर की लाइफ लाइन बन सकती है। पीपीआर माल से लतीफपुरा चौक तक अगर सड़क निर्माण पूरा हो जाए तो शहर के एक बड़े हिस्से में ट्रैफिक सिस्टम सुधर सकता है। सड़क की जमीन को लेकर कुछ कोर्ट केस हैं, जिन्हें जल्द अंजाम तक पहुंचाया जाना चाहिए। सड़क बनती है तो 50 से ज्यादा कॉलोनियों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। अभी रिहायशी कॉलोनियों पर ट्रैफिक की मार है।
पुडा व निगम के चक्कर में पिस रहे लोग : राजकुमार भगत
राजकुमार भगत ने कहा कि सड़क के विवाद में लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। कई लोगों की कागजों में जमीन कम हो गई है। यह सब पुडा और नगर निगम की लापरवाही का नतीजा है। लोगों की प्रॉपर्टी की वैल्यू कम हो गई है। कोठी 10 मरले में बनी है, लेकिन कागजों में सिर्फ 6 मरले जमीन का रिकार्ड है। ऐसे करीब 70 मामले हैं। ऐसे में जिसने लोन लिया था, उसका लोन कम कर दिया गया और जो लोन लेना चाहता था उसे लोन नहीं मिल रहा।
गढ्डों से भरी है सड़क : राम सिंह इंसाफ
राम सिंह इंसाफ ने कहा कि दो साल पहले 120 फुट रोड को बनाने की तैयारी थी लेकिन नगर निगम और पुडा की लापरवाही के कारण जमीन पर दावा करने वालों को मौका मिल गया और वे कोर्ट से स्टे आर्डर ले आए। 120 फुटी रोड में से करीब 25 फुट का रास्ता निकाला गया है, लेकिन इसका एक हिस्सा कच्चा है। इस पर गहरे गढ्डे हैं। बरसात के दिनों में तो यहां गाड़ियों का आना-जाना भी मुश्किल हो जाता है। सड़क के इस हिस्से को तुरंत बनाया जाना चाहिए।
ट्रैफिक सिस्टम ठीक रखने के लिए तैनात हो पुलिस : बंटी अरोड़ा
बंटी अरोड़ा ने कहा कि 120 फुट रोड पर ट्रैफिक पूरी तरह से नहीं आता। इसलिए आसपास के इलाकों में भी ट्रैफिक जाम के हालात रहते हैं। खासकर चीमा चौक में ट्रैफिक प्राब्लम ज्यादा है। नगर निगम को चाहिए कि जब तक 120 फुट रोड नहीं बनती तक तब चीमा चौक में ट्रैफिक लाइट्स लगा दें। गोल मार्केट, मिट्ठापुर, गार्डन कॉलोनी में ट्रैफिक सिस्टम ठीक रखने के लिए यातायात पुलिस तैनात की जाए।
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