भगवान गणेश उपासकों की मनोकामनाएं करते हैं पूर्ण
विघ्नहर्ता भगवान गणेश एकदन्त और चतुर्बाहु हैं। अपने चारों हाथों में वे क्रमश: पाश, अंकुश, मोदकपात्र तथा वरमुद्रा धारण करते हैं। वे रक्तवर्ण, लम्बोदर, शूर्पकर्ण तथा पीतवस्त्रधारी हैं। वे रक्त चंदन धारण करते हैं तथा उन्हें रक्तवर्ण के पुष्प विशेष प्रिय हैं। गजानन चौक दातारपुर में आज रात्रि गणेशोत्सव में जुटे हजारों श्रद्धालुओं के समक्ष धर्म चर्चा करते हुए बौबी कौशल तथा ¨जदा बाबा ने कहा की प्रथम पूज्य श्री गणेश अपने उपासकों पर शीघ्र प्रसन्न होकर उनकी समस्त मनोकाम
संवाद सहयोगी, दातारपुर
विघ्नहर्ता भगवान गणेश एकदंत और चतुर्बाहू हैं। अपने चारों हाथों में वह क्रमश: पाश, अंकुश, मोदकपात्र तथा वरमुद्रा धारण करते हैं। वे रक्तवर्ण, लंबोदर, शूर्पकर्ण तथा पीतवस्त्रधारी हैं। वे रक्त चंदन धारण करते हैं तथा उन्हें रक्तवर्ण के पुष्प विशेष प्रिय हैं। गजानन चौक दातारपुर में मंगलवार रात्रि गणेशोत्सव में जुटे सैकड़ों श्रद्धालुओं से यह बात बौबी कौशल व ¨जदा बाबा ने कही। उन्होंने कहा कि प्रथम पूज्य श्री गणेश अपने उपासकों पर शीघ्र प्रसन्न होकर उनकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
उन्होंने कहा कि एक रूप में भगवान श्रीगणेश उमा-महेश्वर के पुत्र हैं। वे अग्रपूज्य, गणों के ईश, स्वास्तिक रूप तथा प्रणव स्वरूप हैं। उनके अनंत नामों में सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्ननाशक, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचन्द्र तथा गजानन ये 12 नाम अत्यंत प्रसिद्ध हैं।
जिंदा बाबा तथा बौबी कौशल ने कहा कि इन नामों का पाठ अथवा श्रवण करने से विद्यारंभ, विवाह, गृह-नगरों में प्रवेश तथा गृह नगर से यात्रा में कोई विघ्न नहीं होता है। उन्होंने गणेशोत्सव तथा गणेश चतुर्थी के विषय में कहा कि चतुर्थी तिथि भगवान गणेश की ही मानी जाती हैं। माना जाता है कि इस दिन जो भगवान गणेश का सच्ची श्रद्धा के साथ व्रत रखता है और पूजन करता है उसको सभी मनोवांछित लाभ प्राप्त होते हैं।
¨जदा बाबा ने सभी को धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हुए आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर विभिन्न गायकों ने गणेश स्तुति एवं गणेश की महिमा का गुणगान कर संगत को झूमने पर विवश किया। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थो के लंगर भी लगाए गए और गण्यमान्यों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर ¨प्रसिपल सतपाल सेल, डॉ. सुदर्शन चौहान, डॉ विजय कुमार, बृजमोहन पप्पू, विशाल शर्मा, दर्मेश ¨सह, अशोक कुमार, हेम राज शास्त्री, दीपक शास्त्री, कपिल डोगरा, सोहन लाल, डॉ. सुरिंदर, बिक्कू, तुषार, मानव, मनीष, कुलदीप, सोनी राजेश, ¨रकू, शादी लाल, राम स्वरूप, निशा रानी, संतोष कुमारी व प्रभा आदि उपस्थित थे।