स्वामी प्रेमानंद महाविद्यालय में मनाया विश्व जल दिवस
नेहरू युवा केंद्र होशियारपुर और हिदी विभाग स्वामी प्रेमानंद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान से कार्यक्रम का आयोजन आफलाइन और ऑनलाइन दोनों प्रकार से किया गया।
संवाद सहयोगी, मुकेरियां : नेहरू युवा केंद्र होशियारपुर और हिदी विभाग, स्वामी प्रेमानंद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान से कार्यक्रम का आयोजन आफलाइन और ऑनलाइन दोनों प्रकार से किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि प्रिसिपल डा. समीर शर्मा ने बताया कि पानी एक ऐसी धरोहर है जिसे आने वाली पीढ़ी के लिए संभाल कर रखना बहुत जरूरी है। पानी के बिना जीवन संभव नहीं है। हम शुरू से ही एक बात सुनते आ रहे हैं कि मनुष्य खाने के बिना तो रह सकता है, लेकिन पानी के बिना नहीं। यह शब्द अपने आप में पानी के महत्व को स्वयं सिद्ध कर देते हैं। हिदी विभाग के अध्यक्ष डाक्टर समीर महाजन ने कहा कि अगर समाज में देखें तो पानी बचाने के बजाय व्यर्थ करने पर लोग तुले हुए हैं। वह पानी के महत्व को समझना छोड़ चुके हैं। दुनिया को पानी की जरूरत को समझाने के उद्देश्य से ही विश्व जल दिवस को मनाने की प्रथा शुरू हुई है। फिजिक्स विभाग के अध्यक्ष डा. अरुण कुमार इस आयोजन में विशेष रूप से उपस्थित हुए। उन्होंने बताया कि साल 1992 में रियो डी जेनेरियो में आयोजित पर्यावरण व विकास के नजरिए से संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में विश्व जल दिवस को मनाने की शुरुआत की गई थी। इसका आयोजन पहली बार साल 1993 में 22 मार्च को हुआ था। हिदी विभाग की प्रोफेसर डा. सोनिया शर्मा ने इस आयोजन के लिए नेहरू युवा केंद्र होशियारपुर, कालेज प्रबंधकीय समिति, प्रिसिपल डा. समीर शर्मा और कालेज के समूह स्टाफ का विशेष रूप से धन्यवाद किया। इसके साथ ही विद्यार्थियों को जल है तो कल के महत्व से परिचित करवाया गया।