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खंडहर में तबदील हो रहा शहर तलवाड़ा, कभी थी 50 हजार आबादी

जहां एक तरफ सरकार पंजाब में बदलाव की बात कर रही है

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 04:47 PM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 04:47 PM (IST)
खंडहर में तबदील हो रहा शहर तलवाड़ा, कभी थी 50 हजार आबादी

संवाद सहयोगी, तलवाड़ा :

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जहां एक तरफ सरकार पंजाब में बदलाव की बात कर रही है, वहीं पंजाब का एक शहर ऐसा भी है जहां बदलाव तो हो रहा है, लेकिन वह बदलाव है कि यह शहर खंडहर में तबदील हो रहा है। यह शहर है तलवाड़ा। मिनी चंडीगढ़ के रूप में जाना जाने वाला शहर तलवाड़ा की सभी सरकारी इमारतें खंडहरों में तबदील हो रही हैं, जबकि इन इमारतों की तरफ प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है।

बता दें कि पौंग डैम जब बनाया गया था तो इस इलाके में सरकारी क्वार्टरों के साथ-साथ सेक्टर भी आबाद किए गए थे। परंतु समय के साथ-साथ मुलाजिम रिटायर्ड होते गए और क्वार्टर खाली होते गए। फिर भर्ती न होने के कारण क्वार्टर वीरान होते गए। आज तक इन सरकारी रिहायश को आबाद करने के लिए कोई प्लानिग नहीं बनाई गई। हालांकि समय-समय पर प्रशासन द्वारा दावा किया जाता है कि इसके लिए प्लानिग तैयार की जा रही है, ताकि इस शहर को फिर से आबाद किया जा सके जो आज तक सिरे नहीं चढ़ी। हालात यह हैं कि तलवाड़ा टाउनशिप की बीबीएमबी कालोनी की जनसंख्या लगातार कम हो रही है। डैम निर्माण के दौरान बसाई गईं थी कालोनियां

बता दें कि बीबीएमबी कालोनी 1965 में पोंग डैम के निर्माण के समय प्रोजेक्ट पर कार्य करने वाले मुलाजिमों के लिए बनाई गई थी। जिसमें करीब 5500 के करीब घरों का निर्माण टाइप एक से लेकर सात तक किया गया। लेकिन समय रहते जब यह कालोनी का निर्माण हुआ तब लोग इसे मिनी चंडीगढ़ के नाम से जानते थे। क्योंकि इसका निर्माण चंडीगढ़ की तर्ज पर किया गया था। वहीं इस बीबीएमबी टाउन शिप में चार सेक्टरों का निर्माण हुआ था। सेक्टर चार जो कुछ वर्ष पहले खत्म कर उसमें राक गार्डन का निर्माण हुआ, तब तलवाड़ा की जनसंख्या भी 40-50 हजार के करीब थी वहीं आज समय के बदलाव के चलते आज तलवाड़ा की आबादी पांच हजार के करीब है और इस आलीशान कालोनी की बात करते तो अब इसके 1170 मकान जो खाली करवा कर बीबीएमबी प्रशासन ने दोबारा उनको खंडहर होने के लिए छोड़ दिया है। इन मकानों की हालत दयनीय है और जगह-जगह पर मकानों में जंगली बूटी फैल हुई है। घरों में लगे कीमती दरवाजे तक और पानी के नल और घरों में लगी बिजली का सामान चोरी हो चुका है। जिसके चलते यह कालोनी नशेड़ियों का अड्डा बन चुकी है। लोंगों की मांग, सरकार करे कुछ हल

वहीं स्थानीय लोगो की मांग है की यदि तलवाड़ा शहर को दोबारा से बसाना है तो इन खाली पड़े मकानों को जरूरतमंद लोगों को किराए या लीज पर दे देने चाहिए। तलवाड़ा के कुछ लोगो ने दैनिक जागरण से बात करते हुए कहा की इस टाउनशिप को समय-समय की सरकारों और बीबीएमबी के अधिकारियों की अनदेखी का शिकार होना पड़ा है, उन्होंने बताया की चुनावों के दिनों में सभी राजनीतिक लोग टाउनशिप के लोगों से इस बात का वादा करके वोट लेते है कि सत्ता में आते ही सबसे पहले तलवाड़ा की उजड़ रही कालोनी को बसाया जाएगा, लेकिन सत्ता में आते ही सब भूल जाते है।


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