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शामलाटत जमीन पर अबैध कब्जा हटाने के लिए ग्रामीणों ने लगाया धरना

गढ़शंकर के गांव पद्दी सूरा सिंह के सरपंच व लोगों द्वारा गांव की शामलात जमीन पर किए गए कब्जे को हटाने की मांग पर धरना लगाया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 11:01 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 11:01 PM (IST)
शामलाटत जमीन पर अबैध कब्जा हटाने के लिए ग्रामीणों ने लगाया धरना
शामलाटत जमीन पर अबैध कब्जा हटाने के लिए ग्रामीणों ने लगाया धरना

संवाद सहयोगी, गढ़शंकर : गढ़शंकर के गांव पद्दी सूरा सिंह के सरपंच व लोगों द्वारा गांव की शामलात जमीन पर किए गए कब्जे को हटाने की मांग पर धरना लगाया गया। पूर्व विधायक के इशारे पर पंचायत विभाग द्वारा कब्जाधारियों पर कोई कार्रवाई न करने व पंचायत विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा इन अवैध कब्जों को हटाने के लिए जमीन की निशानदेही करने के आदेश दिए गए थे। पर कोई कार्रवाई नहीं होने के विरोध में गांववासियों ने होशियारपुर-चंडीगढ़ मुख्य मार्ग पर एक घंट जाम लगा डांसिवाल गांव के पास धरना-प्रदर्शन शुरू किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम गढ़शंकर, तहसीलदार व पंजाब सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।

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ट्रैफिक जाम की सूचना मिलते ही माहिलपुर पुलिस प्रभारी इकबाल सिंह दलबल सहित प्रदर्शनकारियों के पास पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि धरना स्थल पर तहसीलदार को बुलाया जाए, ताकि उन्हें पता चल सके कि आदेशों के बावजूद निशानदेही क्यों नहीं की जा रही। इस मामले को लटकाया क्यों जा रहा है। धरने की अगुवाई कर रहे इकबाल सिंह उर्फ हैप्पी, जसवीर सिंह पंच, मलकीत राम पूर्व सरपंच, कुलवंत सिंह कांता, बलवंत सिंह, कुलविदर सिंह उर्फ किदा, महंत मोहनलाल, किरनबीर सिंह, सुखजीत सिंह, नरिदर सिंह, सतनाम सिंह व जसवीर सिंह सभी गांव पद्दी सूरा सिंह शामिल थे। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि पंचायत विभाग द्वारा गांव की शामलात जमीन पर हुए कब्जों को हटाने के लिए गढ़शंकर तहसीलदार को पत्र लिखा गया था, ताकि अवैध कब्जाधारियों का पता चल सके। उन्होंने बताया कि पत्र जारी होने के बावजूद माल विभाग के पटवारी निशानदेही करने में लेटलतीफी कर रहे हैं। उनका कहना है कि लेटलतीफी पूर्व विधायक लव कुमार गोल्डी के दबाव में की जा रही है।

29 को करवाई जाएगी निशानदेही : नायब तहसीलदार

धरनास्थल पर पहुंचे गढ़शंकर के नायब तहसीलदार धरमिदर कुमार ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। गांववासियों का कहना था कि निशानदेही के समय पुलिस कर्मचारी उपस्थित रहें, ताकि अवैध कब्जाधारी बबाल न कर सकें। नायब तहसीलदार ने उन्हें आश्वासन दिया कि 29 अक्टूबर को पुलिस कर्मचारियों की सुरक्षा में निशानदेही करवा दी जाएगी। एक घंटे तक लगाया गया सड़क जाम खोल दिया गया।

जाम में फंसे हुए लोग प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ प्रशासन को कोसते नजर आ रहे थे। उनका कहना था कि हर कार्य में बिना वजह सियासी दखल के कारण राज्य के हालत विस्फोटक बने हुए हैं।

13 साल पहले गांववासियों ने की थी शिकायत

गांववासियों ने 2006 में गांव की 13 कनाल शामलात जमीन पर वर्तमान सरपंच व अन्य 25 लोगों के विरुद्ध अवैध कब्जा करने के आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत पंचायत विभाग के उच्च अधिकारियों को की थी। जिसकी जांच के बाद 2009 में इन कब्जाधारकों को उक्त जमीन खाली करने के नोटिस भेजे गए थे। गांववासियों का आरोप है कि इन कब्जाधारकों को कांग्रेस के पूर्व विधायक का समर्थन होने के कारण इस जमीन को खाली नहीं करवाया जा रहा। जबकि, विधायक लव कुमार ने इसमें अपनी कोई भूमिका होने से इंकार किया है।


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