Move to Jagran APP

बस चालकों की मनमानी के जोर पर ट्रैफिक पुलिस पड़ी कमजोर

प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ट्रैफिक को सुधारने के बड़े बड़े दावे करते हैं। मगर दावों के उल्ट शहर की भीतरी सड़कों पर बडे़ वाहन दनदनाते फिरते हैं। जिनपर ट्रैफिक पुलिस को कोई जोर नहीं चल रहा। सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक शहर में बड़े वाहनों के प्रवेश पर पाबंधी लगाई गई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 11:25 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 11:25 PM (IST)
बस चालकों की मनमानी के जोर पर ट्रैफिक पुलिस पड़ी कमजोर
बस चालकों की मनमानी के जोर पर ट्रैफिक पुलिस पड़ी कमजोर

व¨रदर बेदी, होशियारपुर

loksabha election banner

प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ट्रैफिक को सुधारने के बड़े बड़े दावे करते हैं। मगर दावों के उल्ट शहर की भीतरी सड़कों पर बडे़ वाहन दनदनाते फिरते हैं। जिनपर ट्रैफिक पुलिस को कोई जोर नहीं चल रहा। सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक शहर में बड़े वाहनों के प्रवेश पर पाबंधी लगाई गई है। यह सब महज कागजी कोरम पूरा करने तक ही सीमित नजर आता है। सरकारी व निजी बसें सभी नियम कायदों को छिक्के पर टांग कर दिन के समय भी शहर की भीतरी सड़कों से होकर गुजरती हैं। अगर कहीं ट्रैफिक पुलिस हरकत में आती भी है तो सारी गाज दोपहिया वाहन चालकों तक ही सीमित रह जाती है। नियमों की अवहेलना करने वाले बस चालकों के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जाती।

शहर में दिन के समय बड़े वाहनों के चलते कई हादसे हो चुके हैं। करीब दो हफ्ते पहले दशहरा ग्राउंड के पास एक ट्रक द्वारा सरकारी अध्यापक को चपेट में ले लिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं करीब एक साल पहले इसी रोड पर बस द्वारा रिक्शा को अपनी चपेट में ले लिया जिससे रिक्शा चालक व सवारियों को गंभीर चोटें आई थीं। करीब पांच साल पहले भी शहर के सुतैहरी रोड पर रोडवेज की बस द्वारा नौजवान सुमित को चपेट में लेने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं करीब तीन साल पहले हीरा कालोनी रोड शहर निवासी तलवंत ¨सह को भी पंजाब रेडवेज की एक बस ने साइड मार दी थी। जिससे उनके सिर में चोट आई थी। तेल बचाने का खेल

होशियारपुर से ऊना जाने वाली बसों को पहले जालंधर बाईपास से चंढीगढ़ बाईपास फिर वाया बजवाड़ा होकर जाना पड़ता है। चंडीगढ़ जाने वाली बसों पर भी यही रुट लागू होता है। वहीं लुधियाना व फगवाड़ा जाने के लिए भी जालंधर बाइपास से फगवाड़ा बाईपास होकर जाना पड़ता है। इसी तरह पठानकोट जाने के लिए टांडा बाईपास से दसूहा बाईपास होकर जाना पड़ता है। यही रुट बस स्टैंड आने वाली बसों पर भी लागू होता है। मगर तेल बचाने के चक्कर में बस चालक लोगों की जान की परवाह न करते हुए शहर की भीतरी सड़को से होकर निकलते हैं। यह सब ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की नाक तले होता है। मगर फिर भी ट्रैफिक पुलिस मुलाजिम अंजान बने बैठे हैं। बस चालकों पर सख्ती से लागू हो नियम

शहर निवासियों ज¨तदर ¨सह, राजेश कुमार, परमजीत ¨सह, नरेश राम, संतोख ¨सह आदि का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस जितनी मुस्तैदी दोपहिया वाहनों चालकों का चालान काटने में दिखाती है। उसी तरह नियमों की अवहेलनी करने वाले बड़े वाहनों व बसों के खिलाफ भी सखती से बरते तभी शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधरेगी। नियम तोड़ने वालों के साथ सख्ती बरती जाएगी : ट्रैफिक इंचार्ज

ट्रैफिक इंचार्ज तल¨वदर कुमार ने कहा कि मामला उनके ध्यान में है। दिन के समय शहर में घुसने वाले बड़े वाहनों व बसों का चालान काटा जाता है। बडे़ वाहन व बसों को दिन के समय शहर की भीतरी सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। जो भी नियमों की अवहेलना करता पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.