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सरकारी एलिमेंट्री स्कूल सटियाणा में अध्यापकों ने अभिभावकों के साथ की बैठक

सरकारी एलिमेंट्री स्कूल सटियाणा में वीरवार को प्री-प्राइमरी में दाखिला लेने वाले बच्चों व दाखिला ले चुके बच्चों के अभिभावकों के साथ स्कूल प्रबंधन ने बैठक की।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 12:55 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 12:55 AM (IST)
सरकारी एलिमेंट्री स्कूल सटियाणा में अध्यापकों ने अभिभावकों के साथ की बैठक

संवाद सहयोगी, होशियारपुर : सरकारी एलिमेंट्री स्कूल सटियाणा में वीरवार को प्री-प्राइमरी में दाखिला लेने वाले बच्चों व दाखिला ले चुके बच्चों के अभिभावकों के साथ स्कूल प्रबंधन ने बैठक की। अध्यापिका प्रवीन गुलियानी ने उन्हें बताया कि सरकारी स्कूलों में अब सभी तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उनके खेल का भी पूरा प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों को स्मार्ट क्लास रूम लाइब्रेरी, किताबों के साथ-साथ उनके खेलने के लिए झूले, टायलेट और फर्नीचर आदि का भी प्रबंध किया गया है। इतना ही नहीं बच्चों के लिए मिड डे मील का भी पूरा इंतजाम किया किया जाता है। उन्होंने बताया कि इसके बारे में बच्चों के अभिभावकों के साथ वाट्सएप व आडियो वीडियो क्लिप्स के माध्यम से संपर्क किया गया, जो किसी कारणवश स्कूल नहीं आ सकते।

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उन्हें बताया गया कि आज के दौर में सरकारी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करना ही अभिभावकों और बच्चों के लिए लाभदायक है। क्योंकि इन स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले उच्च शिक्षा प्राप्त स्टाफ बच्चों को शिक्षित करता है। गांव के सरपंच निर्मल सिंह ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों का लक्ष्य केवल गिनती बढ़ाने तक सीमित रहता है, लेकिन सरकारी स्कूलों में क्वालिटी शिक्षा की तरफ विशेष ध्यान दिया जाता है। इसी को देखते हुए सरकार ने सरकारी स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाएं शुरू की हैं, ताकि अमीर गरीब सभी तरह के लोग अपने बच्चों को उच्च स्तर की शिक्षा दिलाने के लिए सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाए और इसका प्रभाव भी देखने को मिल रहा है। बहुत से अभिभावकों ने अपने छोटे बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाया है। यही कारण है कि पूरे प्रदेश में यह गिनती हजारों नहीं लाखों तक पहुंची है। शिक्षा विभाग के अधिकारी इस बात पर पूरी नजर रखते हैं कि हर बच्चे को विभाग द्वारा दी जाने वाली प्रत्येक सुविधाएं समय पर मिलें। बच्चों की प्री प्राइमरी शिक्षा अच्छी तरह से संपन्न होगी तो प्राइमरी व केंद्रीय शिक्षा को भी बेहतर तरीके से हासिल कर सकेगा। इस मौके पर अभिभावकों के लिए बैठने विशेष प्रबंध किया गया था। जो अभिभावक स्कूल आए थे, उनके हाथ सैनिटाइजर करवाए गए और शारीरिक दूरी का ध्यान रखा गया। उन्होंने मास्क लगाए हुए थे। इस बैठक में सरपंच निर्मल सिंह, कमलदीप समेत भारी संख्या में अभिभावकों ने भाग लिया।


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