शिवम अस्पताल बना वरदान, गुरप्रीत के हाथ की कटी नसें जोड़कर दिया जीवनदान
होशियारपुर गढ़दीवाला के समीपवर्ती गांव घंडारियां निवासी गुरप्रीत ¨सह के बायें हाथ
जेएनएन, होशियारपुर
गढ़दीवाला के समीपवर्ती गांव घंडारियां निवासी गुरप्रीत ¨सह के बायें हाथ की कटी नसें जोड़कर शिवम अस्पताल के डॉ. एके चौधरी (जनरल सर्जन गोल्ड मेडलिस्ट) ने उसे जहां जीवनदान दिया है, वहीं नसों का सही और समय पर ऑपरेशन करके उसका हाथ पुन: पहले जैसा भी कर दिया है और वह पूरी तरह से काम करेगा। यह जानकारी गुरप्रीत ¨सह पुत्र गुरदीप ¨सह ने दी है।
गुरप्रीत सिंह ने बताया कि वह खालसा कॉलेज गढ़दीवाला का विद्यार्थी है तथा दो दिन पहले घर में कुछ काम करते समय टीवी ट्राली का शीशा टूट कर उसकी बाजू पर गिर गया था। जिससे उसकी बाजू की दोनों नसें कट गई थीं। उसने बताया कि वे एक-दो जगह पर गए, मगर हरेक ने उसे किसी बड़े अस्पताल में जाने की बात कही। गुरप्रीत ने बताया कि इसके बाद वे शिवम अस्पताल आए तथा यहां पर डॉ. चौधरी ने उसकी बाजू का ऑपरेशन करके नसों को जोड़ दिया तथा दो दिन के भीतर ही उसका हाथ काम करने लगा है। उसने बताया कि अगर उसका ईलाज समय पर न होता, तो शायद वह अपने हाथ से कभी भी कोई काम नहीं कर पाता। उसने इसके लिए डॉ. चौधरी और शिवम अस्पताल का आभार व्यक्त किया है कि उसका अपने शहर में ही ईलाज संभव हो सका।
इस बारे में डॉ. चौधरी ने बताया कि ऐसी अवस्था में 8 घंटे के भीतर मरीज का अस्पताल पहुंचना जरूरी होता है। इसे वैस्कुलर सर्जरी कहते हैं, जिसे करने से मरीज की नसें जोड़ी जाती हैं और मरीज के लिए डैमेज का खतरा कम हो जाता है। उन्होंने बताया कि गुरप्रीत की कलाई के पास से दोनों नसें शीशा गिरने से कट गई थीं और उसका ऑपरेशन करके नसों को पुन: जोड़ दिया गया है। ऑपरेशन के चंद घंटों बाद ही गुरप्रीत का हाथ पहले की तरह हो गया था और जल्द ही उसके हाथ की मूवमेंट नार्मल हो जाएगी।