आरटीआइ अवेयरनेस फोरम के चेयरमैन ने खुद को डीसी बताकर पिस्तौल के बल पर लूटे 10 हजार
होशियारपुर सदर पुलिस ने पिस्तौल के बल पर नकदी लूटने के आरोप में आरटीआइ अवेयरनेस फोरम के चेयरमैन राजीव वशिष्ठ समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर: सदर पुलिस ने पिस्तौल के बल पर नकदी लूटने के आरोप में आरटीआइ अवेयरनेस फोरम के चेयरमैन राजीव वशिष्ठ समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिकायतकर्ता अमनिदर सिंह निवासी बरियाणा ने बताया कि बुधवार रात को वह परमिदर सिंह की काटी गई कॉलोनी में गया था। वह पौधों को पानी दे रहा था कि इसी बीच राजीव वशिष्ठ अपने चार साथियों के साथ वहां पर आया। नीचे उतरते ही उसने कहा कि वह डीसी होशियारपुर है। यह कहते हुए धमकाने लगा कि उसने मास्क क्यों नहीं लगाया है। जब उसने कहा कि अकेला हूं, इसलिए मास्क नहीं लगाया। इस पर वशिष्ठ भड़क उठा और उसने साथियों के साथ मिलकर मारपीट शुरू कर दी। जब वह शोर मचाने लगा तो पिस्तौल के बल पर उसे काबू कर लिया और हवाई फायर करते हुए उसकी जेब से पर्स निकाल लिया। पर्स में दस हजार की नकदी थी। इसके बाद धमकियां देते हुए सभी वहां से फरार हो गए। इसी बीच, वहां पर पहुंचे कॉलोनी के मालिक परमिदर सिंह ने सभी का पीछा किया, लेकिन वह भाग निकले थे। थाना सदर के इंचार्ज सतविदर सिंह धालीवाल ने कहा कि उनके बयानों के आधार पर मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरु कर दी गई है। वहीं वीरवार दोपहर को राजीव वशिष्ठ के खिलाफ सदर पुलिस ने मामला दर्ज किया और शाम को कुछ कॉलोनी केलोग जो रेत का काम करते हैं, ने प्रेस कांफ्रेंस करके राजीव वशिष्ठ पर आरोपों की झड़ी लगा दी। एक होटल में त्रकारों से बातचीत करते हुए रेत का काम करने वाले लक्की ठाकुर ने बताया कि वह शहर में भर्ती डालने का काम करता है। उसके पास दो ट्रॉलियां हैं। वह जब भी शहर में ट्रॉली लेकर निकलते है, तो राजीव वशिष्ठ रास्ते में रोक कर कहता है कि वह पत्रकार है। वह शहर में अवैध माइनिग का काम नहीं करने देगा, मगर जब भी कहो कि यह रेत नही भर्ती है, तो धमकी देने लगता है और पैसे मांगने लग जाता है। नहीं देने पर वह ट्रॉली बंद करने की धमकी देता है। उसने दो बार उससे पांच-पांच हजार रुपये भी लिए हैं। प्रेस कांफ्रेस में मौजूद रिटायर्ड तहसीलदार अतिदर कुमार ने बताया कि आरटीआइ एक्सपर्ट बनकर राजीव वशिष्ठ लोगों को तंग कर रहा है। वह लक्ष्मी इंक्लेव होशियारपुर में रहता है और कॉलोनी संभाल के लिए वेलफेयर कमेटी चला रहा है। कुछ समय पहले वह कॉलोनी में सफाई करवा रहे थे कि रात को अचानक राजीव वशिष्ट कॉलोनी में तीन चार लोगो के साथ आ गया और उसको और कालोनी निवासियों को गालियां निकालने लगा और कहने लगा कि वह आरटीआइ एक्सपर्ट है। अभी सब के पत्ते खोल देगा और उसके साथ आए अन्य लोग भी कॉलोनी वासियों को गालियां देने लगे और जबरदस्ती कॉलोनी का गेट खोल कर कहने लगे आज के बाद कॉलोनी को कभी गेट नहीं बंद होगा। वशिष्ठ का मोबाइल फोन बंद वहीं जब इस प्रकरण के बारे में राजीव वशिष्ठ का पक्ष जानने के लिए कोशिश की गई , तो उनका मोबाइल बार - बार फोन बंद आ रहा था।