पंजाब रोडवेज के कर्मचारी बिना मास्क पहने व फिजिकल डिस्टेंस कर रहे काम
पंजाब रोडवेज की बस अड्डों पर खड़ी बसों को पंजाब सरकार ने सड़कों पर दौड़ाने को लेकर तैयारी कर ली है।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर: कोरोना महामारी में हुए कर्फ्यू के कारण तकरीबन दो महीने पंजाब रोडवेज की खड़ी बसों को पंजाब सरकार ने सड़कों पर दौड़ाने को लेकर कुछ शर्तो और नियमों के साथ हरी झंडी दे दी है।
मंगलवार को जब पंजाब रोडवेज के होशियारपुर डिपो की वर्कशॉप में दौरा किया गया, तो वहां पर रोडवेज के कुछ कर्मचारी जिन बसों को निर्धारित रूटों पर चलाया जाना है। उनमें बस चालक और कंडक्टर के अलग-अलग कैबिन तैयार कर रहे थे। यह कैबिन हल्के ट्रांसपेरेंट प्लास्टिक के पर्दे जैसी ची•ा से बना रहे थे। तो और यह कर्मचारी जो बसों में केबिन बनाने का काम कर रहे थे 7 वह लोग काम करते वक्त सामाजिक दूरी का पालन भी नहीं कर रहे थे। वह लोग एक दूसरे के इतने करीब बैठे हुए थे जैसे पहले दिनों में बैठते थे। जबकि नियम के मुताबिक काम करने वाली हरेक हर जगह पर वहां के कर्मचारियों को भी कम से कम एक मीटर का फासला बनाकर रखना •ारूरी होता है।
होशियारपुर डिपो से कौन कौन से रुट पर कितनी बसों को चलाया जाएगा। इस संबंधी जब रोडवेज के जनरल मैनेजर अनिल कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी दोपहर तक तो उनके पास ऐसी कोई भी आधिकारिक सूचना नहीं आई है। कि कौन कौन से रुट पर कितनी और किस दिन बसें चलाई जाएंगी। मगर तीस के करीब रोडवेज की बसों को सड़कों पर दौड़ाने के लिए तैयार किया जा रहा है।
जनरल मैनेजर अनिल कुमार से जब पूछा गया कि वर्कशॉप में बसों को तैयार करने वाले कर्मचारी सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि वर्कशॉप कर्मचारियों को कई बार समझाया गया है कि वह जारी किए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक ही काम करें, लेकिन वह फिर से झुंड बना लेते हैं।