प्रदूषण से बचाव के लिए पौधे लगाने जरूरी : दलजीत कुमार
प्रदूषण के स्तर को कम करने के ठोस प्रयास नहीं हो पा रहे हैं। दुनिया में वायु प्रदूषण के कारण ही सालाना 33 लाख लोग मौत के आगोश में समा जाते हैं। उक्त बात वन परिक्षेत्र अधिकारी दलजीत कुमार ने कहीं।
संवाद सहयोगी, दातारपुर : प्रदूषण के स्तर को कम करने के ठोस प्रयास नहीं हो पा रहे हैं। दुनिया में वायु प्रदूषण के कारण ही सालाना 33 लाख लोग मौत के आगोश में समा जाते हैं। उक्त बात वन परिक्षेत्र अधिकारी दलजीत कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा, एक समय था जब वायु प्रदूषण के लिए कारखानों की धुआं उगलती गगनचुंबी चिमनियों को ही दोषी माना जाता था, लेकिन विकास की रफ्तार में वायु प्रदूषण के कई अन्य कारक भी उभरकर सामने आए हैं। शहरों में धुआं उगलते सड़कों पर दौड़ते वाहनों से सांसों की चिंता बढ़ गई है। इसके अलावा बिजली की निर्बाधित आपूर्ति नहीं होने से बाजारों, माल्स व होटलों में जिस तरह से डीजल जेनरेटरों का उपयोग बढ़ता जा रहा है। वह भी वायु प्रदूषण का कारण बन रहा है। इसके अलावा घरों में अब इलेक्ट्रानिक आइटमों की भरमार है। एसी, फ्रिज आज आम जरूरत बन गए हैं। इनमें से निकलने वाली गैस भी प्रदूषण का कारण बनती जा रही है। ऐसे में दुनिया के देशों को प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए ठोस कार्य योजना बनानी ही होगी। पानी की कमी के चलते इस तरह के पौधे लगाने होंगे, जो कम पानी में भी पल-बढ़ सकें और प्रदूषण के स्तर को कम करने में सहायक हो सकें। पौधे ज्यादा लगाए जाएं ताकि पर्यावरण ठीक रहे। उन्होंने कहा कि महकमे के पास पौधे तैयार हैं और फरवरी तक अथवा बरसात में ही लोग इन्हें लेकर लगाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें। वन विभाग की नर्सरियों में ड्रेक, नीम, अर्जुन, आंवला, तून, शीशम के पौधे उपलब्ध हैं और इन्हें फरवरी तक लगाया जा सकता है।