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सरकारी स्कूल झांस पहुंचीं डीसी, अध्यापकों को कहा- हैप्पी टीचर्स डे

होशियारपुर, सरकारी एलीमेंट्री स्कूल झांस, बुधवार सुबह सरकारी गाड़ियों का काफिला अचानक स्कूल के आगे रुका। हर रोज की तरह स्कूल में क्लासें लगी हुई थीं अध्यापक बच्चों के पढ़ाने में मग्न। गाड़ी स्कूल परिसर में रुकी और गाड़ी से उतरी डीसी ईशा कालिया, हाथ में गुलदस्ता थामें हुए। डीसी के आगमन से स्कूल में अध्यापक हैरान थे जैसे ही अध्यापक स्वागत के लिए डीसी की तरफ बड़े तो अध्यापकों को गुलदस्ता थमाते हुए डीसी बोली हैप्पी टीचर्स डे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 08:02 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 08:02 PM (IST)
सरकारी स्कूल झांस पहुंचीं डीसी, अध्यापकों को कहा- हैप्पी टीचर्स डे

संवाद सहयोगी, होशियारपुर

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सरकारी एलीमेंट्री स्कूल झांस में बुधवार सुबह सरकारी गाड़ियों का काफिला अचानक स्कूल के आगे रुका। हर रोज की तरह स्कूल में क्लासें लगी हुई थीं और अध्यापक बच्चों के पढ़ाने में मग्न थे। इस दौरान एक गाड़ी स्कूल परिसर में रुकी और गाड़ी से उतरीं डीसी ईशा कालिया, हाथ में गुलदस्ता थामे हुए।

डीसी के आगमन से स्कूल में अध्यापक हैरान थे। जैसे ही अध्यापक स्वागत के लिए डीसी की तरफ बढ़े, तो अध्यापकों को गुलदस्ता थमाते हुए डीसी बोलीं-हैप्पी टीचर्स डे। इसके बाद माहौल खुशनुमा हो गया। इस दौरान अध्यापकों में खुशी थी और बच्चों में उमंग की लहर। हो भी क्यों ना, स्कूल में डीसी जो पहुंची थीं और दिन भी खास था।

वर्णनीय है कि होशियारपुर जिले में यही एक ऐसा सरकारी ऐलीमेंट्री स्कूल है जो जिले सहित पूरे प्रदेश के सरकारी स्कूलों के लिए प्रेरणास्रोत बना हुआ है। स्कूल की सबसे अलग आधुनिक बनावट जहां आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, वहीं स्कूल के अध्यापक नरेंद्र अरोड़ा ने अपनी पदोन्नति छोड़ इसी स्कूल में ही पढ़ाने का प्रशंसनीय निर्णय लेकर गुरु के रुतबे को बुलंदियों पर पहुंचा दिया है।

जिले के विधानसभा क्षेत्र टांडा के नजदीकी गांव झांस का यह अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्राइवेट स्कूलों को पूरी टक्कर दे रहा है और 20 किलोमीटर तक के गांवों के लोग अपने बच्चे इस स्कूल में पढ़ाने को प्राथमिकता दे रहे हैं।

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पदोन्नति छोड़ स्कूल में पढ़ाने का लिया फैसला न¨रदर अरोड़ा ने

डीसी ईशा कालिया ने बुधवार को अचानक अध्यापकों को सरप्राइज देते हुए अध्यापक दिवस की बधाई दी। वहीं स्टेट अवॉर्डी अध्यापक न¨रदर अरोड़ा सहित स्कूल अध्यापकों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि ऐसे अध्यापकों की पूरी लग्न के साथ की हुई मेहनत के कारण ही सरकारी शिक्षा प्रणाली बुलंदियों पर है। पदोन्नति न लेकर इसी स्कूल में ही पढ़ाने के लिए फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए डीसी ने कहा कि न¨रदर अरोड़ा ने गुरु-शिष्य की परंपरा में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। परंपरा अनुसार शिष्य, गुरु से ज्ञान लेने जाते हैं और यह पहली बार है कि गुरु ने बच्चों की खातिर तरक्की ही त्याग दी। उन्होंने कहा कि अध्यापक एक मोमबत्ती की तरह होता है। मोमबत्ती आप जल कर दूसरों को रोशनी देती है और इसी तरह की मिसाल अपनी तरक्की छोड़कर न¨रदर अरोड़ा ने कायम की है।

उन्होंने जिले के अध्यापकों को अध्यापक दिवस की मुबारकबाद देते हुए कहा कि वे भी इस स्कूल को रोल मॉडल बनाकर जी-तोड़ यत्न करें। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में भी जिले के ऐसे स्कूलों का दौरा करेंगी, जिनकी ओर से बेहतरीन प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बच्चों से बातचीत कर सवाल भी पूछे और बच्चों द्वारा पूरे विश्वास के साथ दिए जवाबों पर उन्होंने खुशी भी प्रकट की। इसके अलावा मिड-डे मील के अंतर्गत बच्चों को दिए जा रहे खाने की गुणवत्ता चेक करने के लिए उन्होंने बच्चों के साथ खाना भी खाया।

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कभी स्कूल में पढ़ते थे मात्र 17 बच्चे

स्टेट अवॉर्डी अध्यापक न¨रदर अरोड़ा ने बताया कि गांव झांस के सरकारी एलीमेंट्री स्कूल में किसी समय नर्सरी से पांचवीं तक 17 बच्चे ही पढ़ते थे। मगर, उन्होंने अपनी अध्यापक पत्नी मंजीत कौर (झांस स्कूल में ही अध्यापक) के साथ मिलकर सख्त मेहनत करते हुए इस सरकारी स्कूल को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का बीड़ा उठाया। उन्होंने बताया कि आज स्कूल में 222 बच्चे पढ़ रहे हैं और करीब 200 बच्चे नजदीकी कान्वेंट स्कूलों से हट कर यहां दाखिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में रविवार को 9 से 12 बजे तक और सप्ताह में चार दिन सांय को विशेष क्लासें भी लगाई जा रही हैं, ताकि कमजोर बच्चों को विशेष तवज्जो दी जा सके।

अरोड़ा ने बताया कि बच्चों को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की पुस्तकों के अलावा सामान्य ज्ञान के साथ-साथ अन्य ज्ञान भरपूर किताबें भी पढ़ाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में बच्चों को जवाहर नवोदय विद्यालय सहित अन्य उच्च स्तर के स्कूलों में दाखिले के लिए भी तैयार किया जा रहा है। डीडी पंजाबी पर प्रसारित हुए किसमें कितना है दम प्रोग्राम में स्कूल के बच्चे 12 राउंड क्लीयर करके ग्रैंड फिनाले में पहुंचे थे। जिसमें गिद्धा, भाषण व गतका में पहला स्थान हासिल किया, जबकि सोलो डांस में दूसरा और क्विज मुकाबले में स्कूल रनरअप रहा। इस प्रोग्राम में चार राज्यों के बच्चों ने हिस्सा लिया था। उन्होंने उम्मीद प्रकट की है कि झांस स्कूल में पढ़ने वाले नन्हे विद्यार्थी भविष्य में बुलंदियों को छुएंगे।

इस मौके पर आइएएस (अंडर ट्रे¨नग) गौतम जैन, उप जिला शिक्षा अधिकारी (ए) धीरज वशिष्ठ व हैड टीचर दलबीर ¨सह भी उपस्थित थे।


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