पराली जलाना घातक, पर्यावरण को पहुंचता है नुकसान
कृषि विज्ञान केंद्र की तरफ से सरकारी हाई स्कूल टोडरपुर में धान की पराली संभालने संबंधित जागरुकता मुहिम की शुरुआत की गई।
जेएनएन, होशियारपुर : कृषि विज्ञान केंद्र की तरफ से सरकारी हाई स्कूल टोडरपुर में धान की पराली की संभाल के लिए जागरुकता मुहिम की शुरुआत की गई। डिप्टी डायरेक्टर कृषि विज्ञान केंद्र बाहोवाल डॉ. म¨नदर ¨सह बैंस ने पराली को आग लगाने से होने वाले नुकसान की जानकारी दी। उन्होंने पराली में मौजूद अलग -अलग तत्वों की महत्ता के बारे विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मशीनरी के प्रयोग के द्वारा धान की पराली को संभालने की जरूरत है। स्कूल विद्यार्थियों को इस जागरुकता मुहिम में अहम जिम्मेदारी निभाने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा पराली को जलाने से स्वास्थ्य व पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। इस दौरान उन्होंने दैनिक जागरण की ओर से पराली को लेकर चलाए अभियान की सराहना की।
केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. पवितर ¨सह और डॉ. सुख¨वदर ¨सह औलख ने मिट्टी परख की महत्ता और सर्वपक्षीय पौष्टिक बगीची संबंधी तकनीकी भाषण दिए।
स्कूल के ¨प्रसिपल इंद्रजीत ¨सह ने समागम में आए गणमान्यों का धन्यवाद करते हुए इस मुहिम में पूरा साथ देने का भरोसा दिया। इस मौके अलग-अलग मुकाबलों के विजेता विद्यार्थियों को उत्साहित करने के लिए सम्मानित भी किया गया। छात्रों के लेख व पेंटिंग मुकाबले करवाए
इस मौके कृषि विज्ञान केंद्र की तरफ से धान की पराली को आग लगाने के बाद नुकसान के प्रति विद्यार्थियों में जागरुकता पैदा करने के लिए डिबेट, लेख लिखने और पें¨टग के मुकाबले भी करवाए गए। स्कूल के विद्यार्थियों की तरफ से धान की पराली प्रबंधन और आग लगाने साथ वातावरण, जमीन की सेहत और मानवता पर बुरा प्रभाव संबंधित जागरुकता रैली भी निकाली गई।