पौंग बांध में घटा 51 फीट जलस्तर
पौंग बांध में इस वर्ष आगामी जलभराव सीजन जो 20 जून से शुरू होगा तब तक भरपूर जलस्तर उपलब्ध है। आंकड़ों की बात करें तो इस वर्ष बांध में जलभराव सीजन समाप्त होने के समय 1392.23 फीट जलभराव हुआ था। 12 मार्च को बांध की महाराणा प्रताप सागर झील में सुबह आठ बजे 1341.75 फीट जलस्तर रिकार्ड किया गया। बांध में मात्र 5115 क्यूसिक पानी की आमद हो रही है।
संस, दातारपुर : पौंग बांध में इस वर्ष आगामी जलभराव सीजन जो 20 जून से शुरू होगा तब तक भरपूर जलस्तर उपलब्ध है। आंकड़ों की बात करें तो इस वर्ष बांध में जलभराव सीजन समाप्त होने के समय 1392.23 फीट जलभराव हुआ था। 12 मार्च को बांध की महाराणा प्रताप सागर झील में सुबह आठ बजे 1341.75 फीट जलस्तर रिकार्ड किया गया। बांध में मात्र 5115 क्यूसिक पानी की आमद हो रही है और बिजलीघर की टरबाइनों से 10470 क्यूसिक पानी का डिस्चार्ज हो रहा है। इस प्रकार बांध में 51 फीट पानी घटा है। पौंग बांध के पानी से हिमाचल, पंजाब, हरियाणा तथा मुख्य तौर पर राजस्थान को सिचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाता है। झील अधिकतम 40 किमी लम्बी तथा 18 किमी चौड़ी है। ज्ञात रहे की पौंग बांध की डेड स्टोरेज क्षमता 1265 फीट है। आमतौर पर 1390 फीट तक भरा जाता है परन्तु इस बार मानसून की भारी बारिश के चलते दो फुट अधिक जलभराव हुआ। वर्तमान में बांध की कुल तीन टरबाइनें बिजली उत्पादन कर रही है। डिस्चार्ज के बाद 11500 क्यूसिक पानी मुकेरियां हाइडल नहर में जा रहा है। बांध के बिजलीघर में कुल 6 टरबाइन कार्यरत हैं जो प्रत्येक 66 मेगावाट की दर से 396 मेगावाट बिजली उत्पादन करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे रही हैं।