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बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए नहीं छोड़ी जाए कोई कमी : डीसी

डीसी ईशा कालिया ने कहा कि बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से सभी पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित बनाए जाएंगे ताकि ऐसे स्थिति से सुचारु ढंग से निपटा जा सके। वे आज मौसम विभाग की तरफ से आज पंजाब में भारी बरसात होने संबंधी दी गई चेतावनी के मद्देनजर आयोजित बैठक को संबोधित कर र

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 04:16 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 04:16 PM (IST)
बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए नहीं छोड़ी जाए कोई कमी : डीसी
बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए नहीं छोड़ी जाए कोई कमी : डीसी

जेएनएन, होशियारपुर

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डीसी ईशा कालिया ने कहा है कि बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से सभी पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित बनाए जाएंगे, ताकि ऐसे स्थिति से सुचारू ढंग से निपटा जा सके। वह मौसम विभाग की तरफ से पंजाब में भारी बरसात होने संबंधी दी गई चेतावनी के मद्देनजर अधिकारियों के लिए आयोजित बैठक को संबोधित कर रही थीं। इस दौरान एसएसपी जे इलनचेलियन भी मौजूद थे।

डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने जिला पुलिस को भी अग्रिम प्रबंध करने के लिए कहा। उन्होंने एसडीएम, ड्रेनेज विभाग और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) को आपसी तालमेल के साथ काम करने के लिए कहा। बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों की पहचान कर टीमें गठित की जाएं। जिससे मौके पर किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।

डीसी ने कहा कि बीबीएमबी के अधिकारी रोजमर्रा की रिपोर्ट देना यकीनी बनाएं। बच्चों का चोअ में नहाना खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए बच्चे चोअ के नजदीक नहाने से गुरेज करें।

उन्होंने एसडीएम को प्रभावित गांवों का चयन करने के साथ-साथ दरियाओं, धुस्सी बांधों का तुरंत जायजा लेने के निर्देश भी दिए।

स्वास्थ्य विभाग को हिदायत करते हुए कहा कि बरसात के दौरान होने वाली बीमारियां डेंगू, मलेरिया, हैजा आदि के लिए गांवों में कैंप लगा कर गांववासियों को जागरूक किया जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि संभावित बाढ़ के दौरान जहां डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाए, वहीं दवाओं का भी प्रबंध यकीनी बनाया जाए। बारिश के दौरान सांप के काटने संबंधी मरीजों के इलाज के लिए भी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवानी यकीनी बनाईं जाएं। उन्होंने संबंधित विभाग को किश्तियों, लाइफ जैकटें, तिरपालें, टैंट सहित बाढ़ संबंधित इस्तेमाल की जाने वाली मशीनरी की अग्रिम तौर पर जांच करने की भी हिदायत की।

उन्होंने पशुपालन विभाग को पशुओं के लिए चारा, भूसा और दवाएं आदि के लिए अग्रिम प्रबंध करने के निर्देश भी दिए। डीसी ने कहा कि संभावित बाढ़ के दौरान गार्डियन ऑफ गवर्नेस के सदस्यों के अलावा समाजसेवी संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा।

इस मौके पर एडीसी (विकास) हरबीर ¨सह, कमिश्नर नगर निगम बलवीर राज ¨सह, एसडीएम मुकेरियां आदित्य उप्पल, एसडीएम होशियारपुर रुपिंदर पाल ¨सह, एसडीएम दसूहा हरचरन ¨सह, एसडीएम गढ़शंकर हरदीप ¨सह धालीवाल, जिला राजस्व अधिकारी राजीव पाल, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. विनय कुमार सहित अलग-अलग विभागों के प्रमुख, तहसीलदार और नायब तहसीलदार उपस्थित थे।

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फ्लड कंट्रोल रूम स्थापित

डीसी ने बताया कि जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स के कमरा नंबर 138 में जिला स्तरीय फ्लड कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। जिस का नंबर 01882 -220412 (98157 -84840) है। इसके अलावा सब-डिवीजन स्तर पर तहसील कार्यालय होशियारपुर में बनाए गए कंट्रोल रूम का संपर्क नंबर 01882 -240796 (98149 -00051), सब-डिविजन दसूहा में 01883 -285024 (88726 -98889), सब-डिवीजन मुकेरियां में 01883 -246214 (96533 -09192) और सब-डिवीजन गढ़शंकर में संपर्क नंबर 01884 -282026 (98147 -12244) पर संपर्क किया जा सकता है।


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