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शिक्षा संस्थाओं के लिए नई एजुकेशन पॉलिसी लांच

सेंट सोल्जर ग्रुप की ओर से उच्च शिक्षा संस्थाओं के लिए नई एजुकेशन पॉलिसी एक मूल्यांकन विषय पर एक सेमिनार करवाया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Jul 2019 04:10 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jul 2019 04:10 PM (IST)
शिक्षा संस्थाओं के लिए नई एजुकेशन पॉलिसी लांच
शिक्षा संस्थाओं के लिए नई एजुकेशन पॉलिसी लांच

जेएनएन, होशियारपुर वि.: सेंट सोल्जर ग्रुप की ओर से उच्च शिक्षा संस्थाओं के लिए नई एजुकेशन पॉलिसी, एक मूल्यांकन' विषय पर एक सेमिनार करवाया गया। ग्रुप के चेयरमैन अनिल चोपड़ा ने सेमिनार का उद्घाटन किया। सेमिनार में एमडी मनहर अरोड़ा के साथ-साथ कॉलेज डायरेक्टर्स, प्रिसिपल्स ओर 80 अध्यापकों ने भाग लिया। एमडी मनहर अरोड़ा ने कहा नई शिक्षा नीति हमारे प्राचीन परीक्षण और शिक्षण के विश्वसनीय तरीकों और एक ही समय में भारतीय ज्ञान प्रणालियों की सामग्री पर आधारित है। भारतीय मूल्यों जैसे अहिसा, सेवा, सत्य, निष्काम कर्म आदि को पाठ्यक्रम में शामिल करने की वास्तव में आवश्यकता है। हमारे पास ऐसे विद्वानों की समृद्ध विरासत है। इस पालिसी में थ्री लैंग्वेज फार्मूला (जिसमें हिदी भाषा को भी प्रमोट किया जाना चाहिए), स्कूल शिक्षा 3 वर्ष से शुरू होगी। इस अवसर पर डा. सुभाष चंदर शर्मा ने कहा के सेंटर गवर्नमेंट की यह पालिसी ग्राउंड लेवल पर इंडियन सोसायटी की रियलिटी और इंडियन इकॉनोमी के अनुसार फेल हो सकती है। इसका मुख्य कारण पालिसी का सेंटरलाइजड होना, पोलिटेक्नीकल लीडर्स के हाथ में कंट्रोल तथा ब्यूरोक्रेट्स का प्राइवेट संस्थाओं की मैनेजमेंट में दखल हो जाएगा। डॉ. अलका ने कहा के इस पॉलिसी को लागू करने से पहले इसको पूरी तरह से जाना जाए। डॉ. वीना ने कहा के वोकेशनल कोर्सेज का रिव्यू फिर से लिया जाए। चेयरमैन चोपड़ा ने इस प्रयास को सराहा।

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