कचरे के ढेर पर मार्केट कमेटी, नहीं हो रहा समस्या का निदान
मार्केट कमेटी दसूहा इन दिनों चर्चाओं में है। चर्चा है मार्केट कमेटी नहीं दे रही ध्यान
रवनीश उप्पल, दसूहा
मार्केट कमेटी दसूहा इन दिनों चर्चाओं में है। चर्चा है मार्केट कमेटी की बद से बदतर हलात की है। सारे प्रबंध होने के बाद भी कमेटी कचरे के ढेर पर है। मंडी में जिस तरफ भी नजर दौड़ाई जाए आपको कचरे के ढेर देखने को मिलेगें। इतने हालात बदतर होने के बाद भी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि दावा किया जाता है कि सफाई व्यवस्था में कोई कमी नहीं रखी जाएगी पर दावे जमीन पर आते ही फेल हो जाते हैं। यदि बात की जाए तो कमेटी कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर ही कचरे ढेर लगे हुए हैं सभी अधिकारी इसी कार्यालय में बैठकर ड्यूटी बजाते हैं। पर किसी को भी गंदगी का ध्यान तक नहीं है और न ही आज तक किसी ने इसके निदान के लिए गंभीरता दिखाई है। मंडी में भांग बूटी का साम्राज्य है और यह भांग बूटी मच्छरों का डेरा बनी हुई है। कुल मिलाकर अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत मंडी के हालात पर फिट बैठती है।
नहीं किया जा रहा समस्या का कोई हल
बता दें कि दसूहा ऐतिहासिक तौर पर भी काफी महत्वपूर्ण स्थान है। पर गंदगी इसके एतिहास पर बदनुमा दाग लगा रही है। हालांकि इस समस्या के बारे में अधिकारियों को बार बार चेताया जाता है पर हालात यह हैं कि अधिकारी आश्वासन देकर चुप बैठ जाते हैं। वहीं इन कचरे के ढेरों पर मंडराने वाले बेसहारा पशु भी बड़ी समस्या है। यह बेसहारा पशु कई बार हादसों का कारण बन चुके हैं। पर बेसहारा पशुओं की तरफ ही आज तक ध्यान नहीं दिया गया। कुल मिलाकर व्यवस्था बर्वाद हो चुकी है।
क्या कहते हैं मार्केट कमेटी के मार्केट कमेटी सचिव
इस संबंधी मार्केट कमेटी के सचिव जसविदर सिंह रियाड़ से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह जल्द ही खुद मंडी का दौरा करेगें और जो भी कमी हुई उसे प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंडी में गंदगी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ताकि लोगों को समस्या न हो। वैसे भी अपना चौतरफा साफ रखना बहुत जरूरी है, ताकि बरसात के मौसम में बीमारियों न पनपें।