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खनन माफिया ने बनाए चोर रास्ते , 25 फीट तक खोद डालीं खड्डें

माहिलपुर माहिलपुर के दर्जनों गांवों में रेत और मिटृटी के अवैध खनन का चोर रास्तों से खेल दिन रात चल रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 11:13 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 11:13 PM (IST)
खनन माफिया ने बनाए चोर रास्ते , 25 फीट तक खोद डालीं खड्डें
खनन माफिया ने बनाए चोर रास्ते , 25 फीट तक खोद डालीं खड्डें

रामपाल भारद्वाज, माहिलपुर: माहिलपुर ब्लॉक के दर्जनों गांवों में रेत और मिटृटी के अवैध खनन का चोर रास्तों से खेल दिन रात चल रहा है। दिनभर मुख्य मार्ग पर रेत और मिट्टी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉलियां और टिप्पर गुजरते रहते हैं, पर इन्हें को‌र्इ्र भी रोकने वाला नहीं है। बाड़ियां कलां में लंबे अरसे से अवैध माइनिग हो रही है। रेत खनन के लिए बाबे के बाग का साथ लगते इलाके में तो बुरे हाल हैं। यहां पर माफिया ने खड्डों का सीना छलनी कर इन्हें 10 से 12 फीट तक गहरा कर दिया है। इसके अलावा खनन माफिया ने माइनिग के चक्कर में चोअ के बांध को भी नहीं छोड़ा और यहां पर भी करीब 20 फीट तक गहरे गड्ढे पड़ गए हैं। लोगों की मानें तो अधिकारी सब कुछ जानते हैं और जो नाके लगाए जाते हैं, वह केवल दिखावा है। यहां पर अवैध माइनिग का कारोबार रात के11 बजे से सुबह तक चलता है। इस दौरान न तो कोई नाका लगाया जाता है और यदि लगाया भी जाता है, तो वहां से मिलीभगत से वाहन गुजरते हैं । जब कभी कोई कार्रवाई होती है, तो खनन माफिया अपने सियासी आकाओं से कहकर वाहनों को छुड़वा लेते हैं। इसके अलावा अवाला हल्लूवाल, जंडियाला, चंबला खुर्द और मुखोमजारा में भी रेत का अवैध खनन जोरों जारी है। यहां से हर रोज शहर से गुजरकर कई ट्रैक्टर ट्रॉली चालक रेत की सप्लाई कर रहे हैं। यह माफिया खनन कर विभाग को मिलने वाले राजस्व को भी चूना लग रहा है। ताजेवाल, राजनी माता, बाहोवाल, नमोलिया, बाड़ियां कलां, जांगनीवाल, मरूले, मुखोमजारा व मक्खनगढ़ गांवो की खड्डों को भी खनन माफिया ने छलनी कर दिया है। प्रति ट्रॉली मिलते हैं तीन सौ रुपये जानकारी के अनुसार जिसकी जगह से रेत उठाया जाता है , उसके मालिक को दो से तीन सौ रुपये प्रति ट्रॉली दिए जाते हैं। इसके बाद सात सौ रुपये रेत माफिया की जेब मे जाने के बाद एक ट्रॉली रेत की जरूरतमंद को 2500 रुपये में मिलती है। यहां पर रेत उठाने के लिए ऐसे चोर रास्ते बनाए गए हैं कि अगर कोई अधिकारी छापेमारी कर भी दे, तो वह इन चोर रास्तों में उलझकर रह जाएंगे।

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इलाके में अवैध खनन करने वालों के समय- समय पर चालान काटे जाते हैं। इन इलाकों में ऐसे चोर रास्ते बनाए गए हैं कि पता ही नहीं चलता कि वाहन कहां से निकल जाएगा। फिर भी यहां पर गश्त बढ़ाई जाएगी और टीम को भी यहां पर तैनात कर मौके पर कार्रवाई की जाएगी। अलोक चौधरी, एसडीओ, खनन विभाग


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