मिलीभगत से हो रहा पेड़ों की अवैध कटान : धीमान
माहिलपुर ब्लाक के कांगड़ गांव में वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण सफेदे व खैर की कीमती लकड़ को काटने के लिए लकड़ माफिया की सरगर्मियां जोरों पर है।
संवाद सहयोगी, माहिलपुर : माहिलपुर ब्लाक के कांगड़ गांव में वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण सफेदे व खैर की कीमती लकड़ को काटने के लिए लकड़ माफिया की सरगर्मियां जोरों पर है। इन बातों का प्रगटावा करते हुए गांव के पूर्व सरपंच जोगिदर पाल, भजना राम पंच, देशराज व शमी ने लेबर पार्टी के प्रधान जयगोपाल धीमान के कहा कि उन्होंने यह मामला वन विभाग के उच्च अधिकारियों के ध्यान में लाए हैं। उन्होंने कहा कि गांव के गणमान्य व्यक्तियों ने इस मामले के संबंध में डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर को भी 24 जनवरी को लिखित शिकायत की थी, पर इसके बावजूद लकड़ माफिया के लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर खेर लकड़ की कटाई के लिए परमिट जारी करवा लिया जबकि इन पेड़ों को कटवाने के लिए कोई निशानदेही नही करवाई गई, जोकि जरूरी होती है। उन्होंने आरोप लगाया की इस अवैध कटाई में रेंज अधिकारी, फोरेस्ट व डिवीजनल फार्स्ट को इस मामले की जानकारी होने के बावजूद इस बात की कोई जांच तक नही करवाई। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारी जान कर अनजान बने हुए हैं दूसरी ओर अवैध कटाई निरंतर जारी है। निशानदेही के बाद परमिट जारी किया गया है
वन रेंज अधिकारी माहिलपुर बलविदर कुमार से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि जो निजी कटाई चल रही है। वह निशानदेही करवाने के उपरांत ही परमिट जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर इन्हें कोई आपत्ति है, तो वह हलफनामा दाखिल करे हम कार्यवाही करेंगे।