यू-ट्यूब पर वीडियो डाल झांसे में ले दो भाइयों से ठगे 2.9 लाख
सोशल मीडिया के सहारे अब ट्रैवल एजेंटों ने लोगों को ठगने के नायाब तरीका खोज लिया है। एजेंट लोगों को सोशल मीडिया के जरिए भरमा रहे हैं। एक ऐसा ही मामला गढ़शंकर में सामने आया है।
जागरण टीम, होशियारपुर, गढ़शंकर: सोशल मीडिया के सहारे अब ट्रैवल एजेंटों ने लोगों को ठगने के नायाब तरीका खोज लिया है। एजेंट लोगों को सोशल मीडिया के जरिए भरमा रहे हैं। एक ऐसा ही मामला गढ़शंकर में सामने आया है। जिसमें सोशल मीडिया के जरिए एक परिवार को झांसे में लेकर दो ट्रैवल एजेंटों ने 2.9 लाख रुपये ठग लिए। एजेंटों ने परिवार के दो लड़कों को झांसे में ले यूरोप में स्टडी वीजे पर भेजने का झांसा दिया था। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपितों की पहचान अमनदीप सिंह, हरप्रीत सिंह निवासी बी ब्लाक-डी मॉडल टाउन पुलिस कमिश्नरेट, लुधियाना के रूप में हुई है। पुलिस ने यह मामला सोमनाथ बंगड पुत्र मोती राम निवासी वार्ड नंबर-02 गढ़शंकर के बयान के आधार पर दर्ज किया है।
सोमनाथ ने बताया कि अमनदीप व हरप्रीत सिंह ने यू- ट्यूब पर वीडियो अपलोड की थी कि वह यूरोप में स्टडी वीजा दिलाते हैं और वीजा के लिए फीस भी कम ली जाती है। इस दौरान उन्होंने अमनप्रीत से फोन पर संपर्क किया और अमनदीप ने बताया कि आज कर यूरोप में सलवेनिया में स्टडी वीजे ओपन हैं, उनका वहां की मेरी बोन यूनिवर्सिटी में बढि़या लिक है और वह उनका काम करवा देंगे। फाइल प्रोसेस करने के लिए 75 हजार रुपये
सोमनाथ ने बताया कि उसके दो बेटे उपकर्ण व मणिकर्ण हैं। उसने दोनों का वीजा लगाने के लिए कहा था। जिस पर उन्होंने दोनों बेटों के पासपोर्ट मांग लिए। जब उन्होंने पासपोर्ट अमनप्रीत को दिए तो अमनदीप ने उसने फाइल प्रोसेस करने के लिए 75 हजार रुपये ले लिए। इसके बाद उसने 34 हजार 500 एक और 5 लाख 60 हजार रुपये एक ले लिए। पैसे लेने के बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने दोनों बेटों की फाइल एडमिशन के लिए लगा दी है और अब कुछ ही दिनों में उनके बेटे सलवेनिया पहुंच जाएंगे। जाली ऑफर लेटर देकर देते रहे झांसा
सोमनाथ ने बताया कि इसके बाद उन्होंने कुछ समय बाद अमनप्रीत से संपर्क किया तो उसने उन्हे ऑफर लेटर थमा दिए और कहा कि यूनिवर्सिटी में प्रोसेस चल रहा है और आपके दोनों बेटों के ऑफर लेटर आ गए हैं। लेकिन जब उन्होंने नेट पर जांच की तो ऑफर लेटर जाली निकले। इसके बाद उन्होंने अमनप्रीत से पैसे वापस करने के लिए कह दिया लेकिन अमनप्रीत कई महीनों तक यह कहकर लारा लगाता रहा कि पैसे यूनिवर्सिटी को दे दिए हैं और जल्दी ही उनके बेटे विदेश चले जाएंगे। आरोपितों ने कहा-पैसे यूनिवर्सिटी में जमा करवा दिए हैं
बाद में जब उन्होंने सारा मामला साफ किया कि ऑफर लेटर जाली हैं तो अमनप्रीत व उसके साथी हरप्रीत ने उन्हें चेक के जरिए पहले 1-1 लाख रुपये और बाद में 1.30-1.30 लाख दे दिए। जब उन्होंने बाकी के 2.09 लाख रुपये वापस मांगे तो अमनप्रीत मुक्कर गया और कहा कि वह पैसे तो यूनिवर्सिटी में जमा करवा दिए हैं। जब तक वह रिफंड नहीं होते वह पैसे वापस नहीं कर सकते। जब उन्होंने जैसे तैसे मेरी बोर्न यूनिवर्सिटी के साथ संपर्क किया तो उन्हें पता चला कि वहां तो उनके बेटों का कोई रिकार्ड ही नहीं है। उन्होंने इस संबंधी शिकायत पुलिस को दे दी। आरोपित पर अभी भी यू-ट्यूब पर डाल रहे हैं वीडियो
सोमनाथ ने बताया कि चाहे पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है लेकिन फिर भी अमनप्रीत व हरप्रीत ने नेट पर वीडियो डालनी बंद नहीं करी हैं। वह अभी भी लगातार लोगों को झांसे में लेने के लिए वीडियो अपडेट कर रहे हैं। सोमनाथ ने बताया कि वह अकेले नहीं है जिनको उक्त आरोपियों ने झांसा लगाया है। उन्होंने काफी पड़ताल की है जिसमें कुछ केस उनके सामने आए हैं और उन्होंने उक्त लोगों से संपर्क भी किया है। उन्होंने बताया कि गढ़शंकर के दो लड़के प्रभदीप, व पंकज कुमार भी अमनप्रीत व हरप्रीत के शिकार बन चुके हैं इसके अलावा पठानकोट के भी कुछ युवक हैं यही नहीं पंजाब के साथ साथ कई और शहरों के युवाओं को उक्त आरोपियों ने अपना शिकार बनाया है।