दोस्त को 1 लाख के कर्ज से मुक्त करने के लिए बनाई थी एटीएम लूट की प्लानिंग
अपने दोस्त को लगभग एक लाख के कर्ज से मुक्त करने के लिए तीन दोस्तों ने एटीएम लूट की कोशिश की थी।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : अपने दोस्त को लगभग एक लाख के कर्ज से मुक्त करने के लिए तीन दोस्तों ने एटीएम लूट की कोशिश की थी। उन्होंने एटीएम तो तोड़ा लेकिन कैश चोरी नहीं कर सके। मामला 10 नवंबर को हुई एटीएम में लूट की कोशिश का है। इसमें संल्पित तीन आरोपितों में से पुलिस ने एक को काबू कर लिया है। बता दें कि आरोपितों ने लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले शराब पी थी।
पकड़े गए आरोपित बंसी नगर के रहने वाले गौरव पुत्र सुभाष ने कहा कि मुझे उस दिन अपने दोस्त जसपाल का फोन आया कि शराब पीनी है। मैं घर पर था मैंने मना कर दिया। मैंने कहा पैसे नहीं हैं। जसपाल बोला पैसे तो मेरे पास भी नहीं है पर कमल पैग के लिए रहीमपुर में बुला रहा है उसके पास बोतल है। शराब पीते पीते उन्होंने एटीएम तोड़ने का प्लान दिया।
गौरतलब है गौरव ने अपने दो अन्य दोस्तों जसपाल उर्फ सोनू पुत्र स्वर्ण ¨सह निवासी रहीमपुर, कमल पुत्र दिलबाग निवासी रहीमपुर के साथ मिलकर 10 नवंबर की रात को पीएनबी सर्कल ऑफिस के एटीएम तोड़ने की कोशिश की थी परंतु जब एटीएम नहीं टूटा तो वह गुस्से में आकर उसके सीसीटीवी कैमरे तोड़कर ले गए थे। जिसे पुलिस ने गत दिवस गुप्त सूचना के आधार पर ट्रेप लगाकर रेलवे स्टेशन के पास के गिरफ्तार किया है। जसपाल व कमल अभी तक फरार चल रहे हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। एसएचओ गो¨बदर कुमार ने बताया कि इस वारदात का मास्टर माइंड कमल है जोकि एक पैर से दिव्यांग है।
पहले शराब पी फिर बनाया प्लान
पुलिस हिरासत में गौरव ने बताया कि गत 9 तारीख को उसे जसपाल का फोन आया था। उसने यह कहकर फोन रख दिया कि उसके पास शराब के लिए पैसे नहीं है। जसपाल ने दोबारा फोन किया कि शराब कमल लगवा रहा है और वह रहीमपुर में इंतजार कर रहा है। यह सुनकर वह घर से निकल गया। पैसे लेने के लिए फाइनांसर कर रहा था तंग
अभी शराब पीनी शुरू ही की थी कि जसपाल को फोन आया। जसपाल ने बताया कि कोई फाइनांसर है जिससे उसने लगभग एक रुपये लिए थे और अब वह पैसे वापस मांग रहा है। यह कह कर उसने फोन बंद कर दिया। काफी देर स्विच ऑफ रहा। जसपाल ने फोन फिर ऑन किया तो फाइनांसर का फोन फिर आ गया। एटीएम लूट में असफल रहे तो सीसीटीवी ही ले गए
फोन आने से जसपाल काफी परेशान था। उसने कहा कि कर्ज ले लिया पर उतर नहीं रहा है। कमल ने कहा कर्ज उतार देंगे। इसके बाद उन्होंने फिर से शराब पीनी शुरू कर दी। 80 रुपये ठेके पर भी उधार हो गया। शराब पीते पीते फाइनांसर का फिर फोन आया तो कमल ने एटीएम लूट की योजना बना दी। इसके बाद वे सर्कल ऑफिस के एटीएम में घुस गए और काफी कोशिश की पर जब एटीएम नहीं टूटा तो गुस्से में आकर सीसीटीवी कैमरे ही उतार लिए और वहां से चले गए।
फुटेज में कैद हो गई सारी वारदात
सिटी थाना के इंचार्ज गो¨बदर कुमार ने बताया कि जब उक्त आरोपी एटीएम मशीन तोड़ने की कोशिश कर रहे थे शराब के नशे में इनका सीसीटीवी कैमरे की तरफ ध्यान ही नहीं गया और सारी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। बाद में इनको ध्यान आया तो इन्होंने सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए। गनीमत यह रही कि डीबीआर बैंक में लगा था और वहां से सीसीटीवी फुटेज निकल गई।
ट्रेप लगा गौरव को किया काबू
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमें यह पता चल गया कि आरोपितों के पास ऑटो है। हमने शहर में घूम रहे ऑटो पर नजर रखनी शुरू कर दी। एसएचओ ने बताया कि तीनों आरोपी आपस में दोस्त हैं और तीनों ही ऑटो चलाते हैं। इस दौरान हमें पता चला कि एक ऑटो चालक बंसी नगर का है और उन्होंने बंसी नगर के आस पास ट्रेप लगाकर रेलवे स्टेशन के पास से गौरव को काबू कर लिया। हालांकि दो आरोपी फरार चल रहे हैं और उनको गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी जारी है। कोई पहचान न सके इसलिए कटवा दी दाढ़ी
एसएचओ गो¨बदर ने बताया कि एटीएम के कैमरे तोड़ते समय इनको एहसास हो गया था कि उनकी फुटेज बन गई है इसलिए वारदात के बाद आरोपितों ने शेव करवा ली ताकि कोई पहचान न सके। एसएचओ गो¨बदर कुमार ने बताया कि कहीं लोकेशन ट्रेस न हो जाए आरोपितों ने अपने मोबाईल भी कहीं पर फेंक दिए।