पानी बचाओ-पैसे कमाओ योजना का लाभ लें किसान
डीसी ईशा कालिया ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से शुरु की गई पानी बचाओ- पैसा कमाओ योजना के अधिक से अधिक किसानों को लाभ लेना चाहिए। वे आज पावरकाम, वर्ल्ड बैंक व कृषि विभाग के साथ बैठक के दौरान इस योजना का जायजा ले रहे थे।
जेएनएन, होशियारपुर : डीसी ईशा कालिया ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से शुरु की गई पानी बचाओ- पैसा कमाओ योजना के अधिक से अधिक किसानों को लाभ लेना चाहिए। वे आज पावरकाम, वर्ल्ड बैंक व कृषि विभाग के साथ बैठक के दौरान इस योजना का जायजा ले रहे थे। उन्होंने कहा कि जिले की तहसील मुकेरियां के धनोआ फीडर को इस योजना में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चुना गया है। इस फीडर के 158 किसानों में से 64 किसानों की ओर से इस योजना को अडॉप्ट करके फायदा उठाया जा रहा है। जबकि 55 किसानों को 1 लाख 54 हजार रुपए का लाभ दिया जा चुका है।
डीसी ने कहा कि प्रदेश में यह योजना 6 फीडरों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरु की गई है। जिसमें जिसमें मुकेरियां का धनोआ फीडर भी शामिल है। जिसके अंतर्गत 5 गांवों धनोआ, चकवाल, मुरादपुर, समरावां व झंगी माई शाह के किसानों को इस योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है। उपरोक्त गांवों के किसान इस योजना को अपना कर पानी की बचत में अपना योगदान डाल सकते हैं।
इस योजना के अंतर्गत धनोआ फीडर के किसानों को पानी बचाओ -पैसे कमाओ योजना के लाभों बारे जानकारी देकर योजना को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत नि:शुल्क बिजली की इस सीमा निर्धारत की गई है, जो कि संबंधित किसानों की मोटर /ट्यूबवैल के सार्म्थय पर आधारित है। किसान मोटर /ट्यूबवेल की सार्म्थय अनुसार बिजली प्रयोग की निर्धारित सीमा 160 यूनिट/बीएचपी प्रति महीना से कम बिजली खपत करता है तो वह 4 रुपए प्रति यूनिट का हकदार होगा और यह पैसे सीधे उसके बैंक खाते में आ जाएंगे।
यदि किसी हालत में संबंधित किसान 160 यूनिट से ज्यादा बिजली का प्रयोग भी करता है तो भी उसे मोटर /ट्यूबवेल का बिल नहीं देना पड़ेगा। योजना का उद्देश्य यह यकीनी बनाना है कि किसान पानी का प्रयोग संयम के साथ करे जिससे तेजी से कम हो रहे जमीन के गिरते जल स्तर को बचाया जा सके। किसान की तरफ से इस्तेमाल करी गई बिजली और उसके खातों में उपलब्ध करवाई गई सब्सिडी के बारे में उसे लगातार जानकारी प्रदान की जाया करेगी। उन्होंने बिजली और कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह इस योजना के लाभों बारे अधिक से अधिक प्रचार और प्रसार को यकीनी बनाने के लिए गांव स्तर पर कैंप लगाएं। योजना के अंतर्गत किसान मुफ्त बिजली के साथ-साथ पानी बचा कर पैसा कमा सकेंगे। इस फीडर के 80 प्रतिशत से ज्यादा किसानों का इस योजना का हिस्सा बनने पर पूरे फीडर को बाकी फीडरों के मुकाबले 2 घंटे अतिरिक्त नि:शुल्क बिजली दी जाएगी। इस मौके पर पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष डा. राजन अग्रवाल, एसई पावरकाम इंजीनियर पीएस खांबा, सलाहकार इंटरनेशनल वर्ल्ड बैंक म¨हदर गुलाटी, एक्सईएन पावर काम मुकेरियां कुलदीप ¨सह के अलावा कृषि व वाटर रिसोर्स विभाग के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे