Move to Jagran APP

फाइनांसर ने पत्नी व बच्चों के सामने युवक को पीटा, आहत युवक ने जहर निगल दी जान

एक फाइनांसर ने देनदार को उसकी पत्‍‌नी और बच्चों के सामने ही पीट डाला, जिससे आहत देनदार ने जहर निगल कर जान दे दी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 11:10 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 11:10 PM (IST)
फाइनांसर ने पत्नी व बच्चों के सामने युवक को पीटा, आहत युवक ने जहर निगल दी जान
फाइनांसर ने पत्नी व बच्चों के सामने युवक को पीटा, आहत युवक ने जहर निगल दी जान

संवाद सहयोगी, होशियारपुर :

loksabha election banner

एक फाइनांसर ने देनदार को उसकी पत्‍‌नी और बच्चों के सामने ही पीट डाला, जिससे आहत देनदार ने जहर निगल कर जान दे दी। जिससे दो बच्चों के सिर बाप का साया उठ गया। एक देनदार बारह हजार रुपये के 10 प्रतिशत ब्याज पर तीन साल तक ब्याज भरता रहा। तीन साल की अवधि में देनदार ने फाइनांसर को लगभग 40 हजार ब्याज के रूप में दे दिए। इसमें से भी देनदार ने सात हजार की मूल रकम फाइनांसर को वापस कर दी थी। पांच हजार रुपये का ब्याज अभी भी वह पांच सौ रुपये प्रतिमाह के हिसाब से दे रहा था, लेकिन कुछ माह का ब्याज रुकने से फाइनांसर ने युवक को पत्‍‌नी और बच्चों के सामने पीट डाला। जिससे आहत हुए देनदार ने जहर निगलकर आत्महत्या कर ली।

जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान रा¨जद्र गांधी उर्फ ¨रकू (33) पुत्र अशोक कुमार गांधी निवासी वाल्मीकि मोहल्ला घंटाघर के रूप में हुई है। थाना सिटी पुलिस ने पीड़ित परिवार के बयानों पर फाइनांसर के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है। तीन साल पहले लिए थे 12 हजार रुपये

पुलिस को दी शिकायत में मनीषा गांधी ने बताया कि उसके पति राजिंद्र गांधी उर्फ ¨रका ने करीबन तीन साल पहले मनजिंद्र ¨सह उर्फ मनी पुत्र फकीर चंद निवासी गली नंबर-2 सुभाष नगर होशियारपुर से 10 प्रतिशत ब्याज की दर से 12 हजार रुपये लिए थे। वह लगातार ब्याज भी दे रहा था। ब्याज देने के अलावा कुछ समय पहले सात हजार रुपये मूल रकम के वापस भी कर दिए थे। अब केवल पांच हजार रुपये ही देने थे। घर आकर की गाली-गलौज

मृतक की पत्‍‌नी ने बताया कि फाइनांसर मनजिंद्र ¨सह 12 नवंबर शाम को उनके घर आया। ब्याज रुकने का हवाला देकर फाइनांसर उसके पति के साथ गाली-गलौज करने लगा। जब उसने कुछ समय मांगा तो फाइनांसर ने उसे पीटना शुरू कर दिया। मारपीट के वक्त घर में दोनों छोटे बच्चे और वह मौजूद थीं। परिवार के सामने हुई मारपीट से परेशान राजिंद्र ने कोई जहर निगल लिया। आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस

उल्टियां करनी शुरू हुई तो पत्‍‌नी को उसने बताया कि बताया कि मारपीट से उसकी खूब जलालत हुई है। इसलिए उसने जहर निगल लिया। आनन-फानन में उसे इलाज के लिए किसी प्राइवेट अस्पताल लाया गया। रात में ही इलाज के दौरान राजिंद्र गांधी ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मनीषा गांधी के बयान पर फाइनांसर के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया है। फाइनांसर को गिरफ्तार कर लिया है

थाना सिटी के एएसआइ इंद्रजीत ¨सह ने बताया कि पुलिस ने फाइनांसर मन¨जदर उर्फ मन्नी के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। मृतक के पीछे रह गई विधवा पत्नी और दो मासूम बच्चे- मृतक के भाई विशाल गांधी ने बताया कि वह दोनों भाई अलग-अलग रह रहे है और वह अपने परिवार के साथ किसी अन्य जगह पर रहते र्ह। राजिंद्र गांधी के परिवार में अब केवल उसकी विधवा पत्नी और दो मासूम बच्चे सात साल की बेटी मन्नत और पांच साल बेटा उदय ही रह गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.