मांगों को लेकर निकाला रोष मार्च
शुक्रवार को आंबेडकर फोर्स पंजाब के प्रधान अनिल कुमार बाघा की अध्यक्षता में केंद्र सरकार के आरक्षण विरोधी फैसले के खिलाफ एक रोष मार्च निकाला गया।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : शुक्रवार को आंबेडकर फोर्स पंजाब के प्रधान अनिल कुमार बाघा की अध्यक्षता में केंद्र सरकार के आरक्षण विरोधी फैसले के खिलाफ एक रोष मार्च निकाला गया। रोष मार्च में केवल छात्र ही नहीं आम लोगों के साथ छात्राओं ने भी बड़ी संख्या में शामिल होकर केंद्र सरकार के खिलाफ जम कर पिट स्यापा किया। उक्त रोष मार्च को संबोधित करते हुए आंबेडकर फोर्स पंजाब के प्रधान अनिल बाघा ने कहा कि केंद्र सरकार का 13 नुक्ते रिजरवेशन गैर कानूनी तरीके से लागू किया गया है। केंद्र की मोदी सरकार ने देश के पिछले वर्ग के छात्रों को मिल रही सभी प्रकार की सरकारी सुविधाएं बंद करके दलित विरोधी होने का सबूत दिया है। उन्होने कहा कि दलित समाज के छात्रों को केंद्र सरकार से मिल रही मूलभूत सुविधाएं पहले की तरह जारी रहनी चाहिए। इस अवसर पर अनिल कुमार बाघा ने बताया कि केंद्र सरकार के पास रिजर्व कैटेगिरी की भारी संख्या में पोस्टें खाली पड़ी है मगर केंद्र सरकारी अपने अड़ियल स्वभाव के कारण उन पोस्टों को नहीं भर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए इन पोस्टों को जल्द से जल्द भरा जाए। उन्होने कहा कि पंजाब के कॉलेजों में पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के चलते दलित छात्रो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों से जबरदस्ती ज्यादा फीस वसूली जा रही है। इस सब से छात्रों को राहत मिलनी चाहिए। उक्त रोष मार्च सरकारी कॉलेज से शुरू होकर शहर के मुख्य बाजारों से होते हुए सेशन चौंक जाकर केन्द्र सरकार का पुतला फूंक कर समाप्त हुआ। रोष मार्च में मुख्य रूप से संदीप चीमा, लक्की कटोच, लाडी तग्गड़, संदीप बध्धन, बंटी, राहुल, लवप्रीत कौर, अंकुर बाघा, सुखजीत सिंह, हरदीप कुमार, शांत कुमार, प्रीति, प्रवीन, वंदना, अमनजोत, परमजीत कौर, रोशनी, हरनजीत कौर, हरविद्र और दीपक मल्ल शामिल थे।