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माडर्न ग्रुप आफ कालेज में फारेन प्लेसमेंट प्रोग्राम की शुरूआत

सोमवार को माडर्न ग्रुप आफ कालेज पंडोरी भगत मुकेरियां में फारेन प्लेसमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन आयरलैंड के प्रतिनिधि पी. जोसेफ सेड ने किया। इस दौरान माल्टा उच्चायोग के नई दिल्ली स्थित कार्यालय में आयुक्त के साथ एक बैठक की गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 10:22 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 10:22 PM (IST)
माडर्न ग्रुप आफ कालेज में फारेन प्लेसमेंट प्रोग्राम की शुरूआत
माडर्न ग्रुप आफ कालेज में फारेन प्लेसमेंट प्रोग्राम की शुरूआत

संवाद सहयोगी, मुकेरियां: सोमवार को माडर्न ग्रुप आफ कालेज पंडोरी भगत मुकेरियां में फारेन प्लेसमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन आयरलैंड के प्रतिनिधि पी. जोसेफ सेड ने किया। इस दौरान माल्टा उच्चायोग के नई दिल्ली स्थित कार्यालय में आयुक्त के साथ एक बैठक की गई। जिसमें कालेज के प्रबंध निदेशक डा. अर्शदीप सिंह और आयरलैंड के प्रतिनिधि पी. जोसेफ सैड मौजूद थे। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए डा. अर्शदीप सिंह ने कहा कि माल्टा के उच्चायुक्त ने फारेन प्लेसमेंट प्रोग्राम पर संतोष जताते हुए प्राथमिकता के आधार पर वीजा जारी करने का वादा किया है।

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उन्होंने बताया कि मेडिकल कोर्स, तकनीकी क्षेत्र, गैर सर्टिफाइड स्किल्ड वर्कर, ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट छात्र इस योजना के तहत वीजा प्राप्त करने का पूरा लाभ उठाएंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से क्षेत्र के युवा जिनके पास तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, गैर-प्रमाणित कुशल श्रमिक से संबंधित कोई भी कौशल है, कार्यक्रम के तहत वीजा प्राप्त करने के योग्य हैं। इसके तहत माडर्न ग्रुप आफ कालेज की तरफ से एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा। विदेश में काम करने के लिए युवाओं की संख्या बहुत कम पैसे में पूरी हो जाएगी। माल्टा विश्वविद्यालय और कार्क विश्वविद्यालय ने माडर्न ग्रुप आफ कालेजों के साथ एक संयुक्त कार्यक्रम स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की है। अगर कोई छात्र माडर्न ग्रुप आफ कालेजों में पैरामेडिकल या टेक्निकल कोर्स करता है, तो उसे प्रायोरिटी वीजा उपलब्ध कराया जाएगा। सेंट सोल्जर के छात्रों ने विश्व शांति का दिया संदेश

जागरण टीम, टांडा: सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल टांडा में सोमवार को व‌र्ल्ड पीस डे मनाया गया। इस संबंध में स्कूल प्रिसिपल सतविदर कौर के नेतृत्व में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के अवसर पर डायरेक्टर इंदर कुमार साहनी की ओर से छात्रों के साथ शांति के प्रतीक सफेद कबूतर व गुब्बारों को आसमान में छोड़ा गया। छात्रों को संबोधन करते हुए डायरेक्टर साहनी ने कहा कि इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य हिसा व युद्ध की नीति को छोड़कर विश्वभर में शांति फैलाना है। उन्होंने बताया कि इस दिन को मनाने की शुरूआत संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से साल 1982 से की गई थी। यह दिवस हर वर्ष 21 सितंबर को मनाया जाता है। उन्होंने कहा यह जरूरी नहीं है कि हर समस्या का समाधान युद्ध द्वारा ही हो। दुनियां के हर बड़े मसले को बातचीत के द्वारा भी सुलझाया जा सकता है। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने सभी छात्रों को विश्वभर में शांति स्थापित करने के लिए प्रेरित किया।


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