श्री प्राचीन पांडव सरोवर मंदिर में आज से श्रद्धालु करेंगे भगवान के दर्शन
श्री प्राचीन पांडव सरोवर मंदिर दसूहा एक महाभारत काल से जुड़ा हुआ एतिहासिक धर्म स्थल है।
रवनीश उप्पल, दसूहा : श्री प्राचीन पांडव सरोवर मंदिर दसूहा एक महाभारत काल से जुड़ा हुआ एतिहासिक धर्म स्थल है। आज से पांच हजार वर्ष पूर्व इस एतिहासिक स्थल का निर्माण राजा विराट की नगरी में पांचों पांडवों में सबसे श्रेष्ठ बलवान भीम द्वारा इस सरोवर की खुदाई की गई। जिससे गायों को पीने की पानी उपलब्ध हुआ। पूरे भारत में इस प्राचीन धर्म स्थल को 12वां स्थान दिया गया है। इस प्राचीन पांडव सरोवर मंदिर में श्रद्धालु जिस मनोकामना के लिए प्रार्थना करते है, उनकी मनोकामना पूर्ण होती है। इस स्थल से स्वंय श्री कृष्ण भगवान शांति दूत बनकर हस्तीनापुर गए थे व धर्म युद्ध की घोषणा भी यहीं से हुई थी। पूरे विश्व में जो आज कोरोना वायरस से तबाही मची हुई है। सरकार ने इस महामारी से बचने के लिए सरकार ने सभी धार्मिक स्थल को 22 मार्च से बंद करवा दिया था। जो आज से खोला जाएगा। वह भी सरकारी दिशानिर्देशों को अनुसार।
इस मौके पर प्रधान रविदर सिंह शिगारी ने बताया कि पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाइजर किया गया है। मूर्तियों को छूना मना है। मास्क व गमशा लेकर ही मंदिर में प्रवेश करें। एक दूसरे से कम से कम छह फीट की दूरी बना कर रखें। मंदिर परिसर में एक बार में दस व्यक्ति ही मंदिर के अंदर दाखिल हो सकते है। जल का छिड़काव नहीं किया जाएगा। मंदिर में साफ सफाई का पूरा ध्यान रखा जाएगा।