पौंग बांध में मछली के शिकार से हटा प्रतिबंध
दातारपुर पौंग बांध स्थित महाराणा प्रताप सागर झील में मछली का शिकार 15 अगस्त से दोबारा शुरू हो गया।
संवाद सहयोगी, दातारपुर: पौंग बांध स्थित महाराणा प्रताप सागर झील में मछली का शिकार 15 अगस्त से दोबारा शुरू हो गया। हर साल 15 जून से 15 अगस्त तक मछली का शिकार दो महीने के लिए प्रतिबंधित रहता है। इन दिनों मछलियां अपनी वंश वृद्धि के लिए प्रजनन करती हैं । 15 अगस्त से शिकार पर से प्रतिबंध हटाने से 1400 मछुआरे अब दोबारा रोजी रोटी कमा सकेंगे। करीब 25 हजार हेक्टेयर भूमि में स्थित झील 300 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है। गत सीजन में यहां 3410 क्विंटल मछली उत्पादन हुआ था। पौंग झील में महशीर, सिघाड़ा, राहू, कतला आदि मछलियां प्रमुख तौैर पर मिलती हैं। दो महीने के बाद अब सभी उक्त प्रजातियां शौकीनों को उपलब्ध हो जाएंगी। इनके अलावा मरीगल, मली, कुलवंश भी यहां उपलब्ध होती है। सिघाड़ा यहां पाई जाने वाली प्रमुख मछली है। इसकी तादात यहां 60 प्रतिशत से भी ज्यादा होती है। पौंग बांध में मछली पकड़ने की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं।