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कोड वर्ड में चल रहा नशा सप्लाई का खेल, प्रशासन फेल

चिट्टे के खेल ने युवाओं का हाजमा बिगाड़ दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Mar 2020 11:06 PM (IST)Updated: Sat, 14 Mar 2020 11:06 PM (IST)
कोड वर्ड में चल रहा नशा सप्लाई का खेल, प्रशासन फेल

हजारी लाल, होशियारपुर

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चिट्टे के खेल ने युवाओं का हाजमा बिगाड़ दिया है। हालांकि पुलिस चिट्टे पर अंकुश लगाने का दावा करती है, लेकिन जमीनी हकीकत है कि नशे के सौदागर चिट्टे की सप्लाई बेधड़क कर रहे हैं। बिट और अध्धी के नाम पर चिट्टे की सप्लाई की जा रही है। इसके बाद ग्रामी बिक रही है। एक ग्रामी की कीमत चार हजार तक वसूली जा रही है। बिट यानी कि एक खुराक देने की कीमत 1500 रुपये तक वसूली जाती है। आंकड़ों के मुताबिक जिले में तीन हजार के करीब युवा नशे की चपेट हैं। कैप्टन सरकार ने चार सप्ताह के अंदर नशे के खात्मे का दावा किया, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि तीन साल बीतने के बावजूद चिट्टे का खेल रुका नहीं। जिले में कोड वर्ड में नशा बेचने का खेल बेखौफ चल रहा है।

इनका कोड ऐसा है कि यह माल की सप्लाई कर देंगे और पास खड़े व्यक्ति को भनक तक नहीं लगती। नशे के दलदल में फंसे युवकों को नशे के सौदागर इन्हीं कोड वर्ड में नशीले पदार्थो की सप्लाई करते हैं। हैरानीजनक बात है कि पुलिस नशे का खात्मा करना का दावा तो करती है, लेकिन छोटे-मोटे नशेड़ियों को गिरफ्तार करके अपनी पीठ थपथपा लेती है, जबकि नशे के बड़े सौदागर तक उसके हाथ नहीं पहुंचते हैं। इसी वजह से नशे के सौदागरों की चेन नहीं टूट रही है।

सरकारी अस्पताल में नशा छोड़ने की दवा लेने आए कुछ युवकों से बातचीत करने पर मालूम पड़ा कि नशे के भंवर में फंसे युवाओं की सोसायटी उन्हें दलदल में धकेलती है। ऐसे युवाओं की आयु 17 से लेकर 30 साल के बीच है। नशेड़ी बनते युवाओं के पीछे गहरी दोस्ती ज्यादा अहम रोल अदा करती है। नशे में फंसे कुछ युवकों के मुताबिक सप्लायर नशीले पदार्थों की सप्लाई करने के लिए कोड वर्ड रखा हुआ है। सबसे ज्यादा सेवन चिट्टे का

सबसे ज्यादा चिट्टे का सेवन होता है। इसके बाद मेडिकल नशा। नशे के सौदागार खुद बाहर नहीं निकलते हैं। नशेड़ी लड़कों से ही सारा सामान सप्लाई करवाते हैं। पुलिस के आंकड़े के मुताबिक सात माह की अवधि में 80 के करीब पर्चे दर्ज हुए हैं, लेकिन इनमें से अभी तक कोई बड़ा सौदागर पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। अधिकांश आरोपी नशेड़ी या फिर छोटे-मोटे सप्लायर हैं। नशा सप्लायरों को बख्शा नहीं जाएगा: एसएसपी

एसएसपी गौरव गर्ग ने कहा कि नशा सप्लायरों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। सभी थानों को ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं।


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