बर्बादी की कगार पर पहुंची देश की अर्थव्यवस्था: संजीव
मुकेरियां देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह बर्बादी की कगार पर पहुंच चुकी है।
संवाद सहयोगी, मुकेरियां: देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह बर्बादी की कगार पर पहुंच चुकी है। यदि अब भी इसे नहीं बचाया गया, तो देश को बड़ा नुकसान उठाना होगा। अभी देश के सारे आर्थिक फैसले प्रधानमंत्री कार्यालय से हो रहे हैं और इसमें वित्त मंत्रालय और वित्त मंत्री की भूमिका नहीं। यह बात व्यवसायी व संयुक्त सचिव एसपीएन मुकेरियां संजीव आनंद ने कही। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है। बेहतर होगा कि सभी की सलाह लेकर देश को पहले मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि नोटबंदी देश के लिए बड़ा गलत निर्णय रहा। जीडीपी में भारी गिरावट दर्ज की गई। संजीव आनंद ने कहा कि जीडीपी के आंकड़ों को बहुत ज्यादा गंभीरता से देखे जाने की जरूरत है, क्योंकि निजी क्षेत्र की विकास दर गिरकर तीन प्रतिशत हो गई है। अगर हम निवेश में विकास दर को देखें तो वह गिरकर एक प्रतिशत पर आ गई है। जब तक नौकरियां पैदा नहीं होंगी, तो लोगों की आय में वृद्धि कैसे होगी। जब लोगों की आय में वृद्धि नहीं होगी, तो लोग खर्च नहीं करेंगे।