संक्रमित की मौत के बाद लगा दिया सालाना लंगर, वहीं से बनी नंगली में कोरोना की चेन
टांडा के गांव नंगली में फैल रहे कोरोना को लेकर लोगों की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
नीरज शर्मा, होशियारपुर
टांडा के गांव नंगली में फैल रहे कोरोना को लेकर लोगों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस गांव के लोगों ने भी मोरांवाली के लोगों की तरह सूझबूझ से काम लिया होता तो वह कोरोना की चपेट में न आते। हुआ यूं कि 17 मई को कोरोना से नंगली में लखविंदर की मौत हो गई। वह किडनी रोग से पीड़ित था और उसकी मौत जालंधर के अस्पताल में हुई थी। मौत के बाद उसमें संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
इस दौरान गांव के रहने वाले बलदेव सिंह व सर्वजीत कौर ने गांव के सील करने बावजूद भी 20 मई को सालाना लंगर लगा दिया। जहां पर लगभग गांव के सभी लोगों ने लंगर का प्रसाद ग्रहण किया और वहां से भी संक्रमित लोग अन्य लोगों के संपर्क आए और इसके बाद कोरोना की चेन बननी शुरू हो गई। वहीं लखविंदर की शोक सभा में कई लोग पहुंचे, जहां फिजिकल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ीं। इसी गांव के 28 लोग संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि बलदेव सिंह व सर्वजीत कौर पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने के संबंध में दो जून को पर्चा भी दर्ज किया गया है।
लखविंदर की मौत के बाद उसे अस्पताल में लेकर जाने वाले ड्राइवर पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद एक-एक करके नंगली जलालपुर में पॉजिटिव केस आने शुरू हो गए। चाहे लखविदर की मौत के बाद पूरा इलाका स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया था और लगातार लोगों की स्क्रीनिग हो रही थी, परंतु गांव के लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। लखविंदर की मौत के बाद गांव में हुई शोक सभा में काफी लोग एकत्रित हुए और वहीं पर फिजिकल डिस्टेंसिग की धज्जियां उड़ी और इस दौरान कोरोना थोड़ी सी लापरवाही के कारण गांव में पैर पसार गया। अब पिछले सप्ताह से लगातार पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं। कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. शैलेश ने बताया कि लोगों का जागरूक होना जरूरी है। लोगों ने गंभीरता नहीं दिखाई
नंगली जलालपुर में सबसे पहला केस लखविदर सिंह का आया था। लखविंदर की मौत के बाद गांव में हुई शोक सभा में काफी लोग एकत्रित हुए और वहीं पर फिजिकल डिस्टेंसिग की धज्जियां उड़ी और इस दौरान कोरोना थोड़ी से लापरवाही के कारण गांव में पैर पसार गया। इसके बाद बाकी कि कसर सालाना लंगर ने निकाल दी। अब पिछले सप्ताह से लगातार पाजिटिव केस सामने आ रहे हैं। पाबंदी के बावजूद गांव में लगाया था लंगर
17 मई को लखविदर की मौत हुई थी, जिसकी रिपोर्ट बाद में पॉजिटिव आई थी। अभी उसके संपर्क में आने वाले लोगों की स्क्रीनिग चल ही रही थी कि गांव के दो लोगों ने सालाना लंगर लगा दिया। जिससे कोरोना की चेन बननी शुरू हो गई। बलदेव सिंह व सर्वजीत कौर ने लंगर न लगाया होता और लोग खुद भी एहतियात बरतते तो नंगली जलालपुर के यह हालात न होते। डॉ. शैलेष ने बताया कि लोगों का जागरूक होना जरूरी है।