भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल प्रभारी पर बंगाल में हमला लोकतंत्र की हत्या : अविनाश राय खन्ना
भाजपा हिमाचल प्रदेश प्रभारी व पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीया पर जानलेवा हमले की कड़ी निदा करते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है।
जेएनएन, होशियारपुर
भाजपा हिमाचल प्रदेश प्रभारी व पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीया पर जानलेवा हमले की कड़ी निदा करते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है। खन्ना ने इस घटनाक्रम को शर्मनाक बताते हुए कहा कि प. बंगाल में लोकतंत्र नाम की कोई चीज ही नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल प्रभारी पर जनता के बीच में से शरारती तत्वों द्वारा जानलेवा हमला करना सोची समझी साजिश है। प. बंगाल जहां ला एंड आर्डर की कोई व्यवस्था नहीं है वहां देश का शीर्ष नेता ही सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी की क्या अहमियत हो सकती है। इस घटिया काम में ममता सरकार का हाथ होना जग जाहिर है। ----------------------
भाजपा कार्यकर्ता हर चुनौती के लिए तैयार : निपुण शर्मा
जेएनएन, होशियारपुर
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी इस कदर बढ़ चुकी है कि हमले तक की नौबत आ गई है। सियासी रंजिश में गत दिनों भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व बंगाल में भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर पत्थरों से हमले किए गए। उनकी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए गए। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष निपुण शर्मा ने पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले की निदा की है। शर्मा ने कहा ने कहा कि जेपी नड्डा और महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हुए हमले की जितनी निदा की जाए कम है। राजनीति में वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन हिसा का कोई स्थान नहीं है। अपनी विचारधारा किसी पर जबरदस्ती थोपी नहीं जा सकती। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हिसक हमला अक्षम्य व निदनीय है। यह हमला तृणमूल कांग्रेस की आगामी चुनावों में संभावित हार से उपजी हताशा का प्रतीक है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रदर्शन कुछ भी बुरा नहीं है,लेकिन जिस साजिश भरे तरीके से भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर हिसक हमला किया गया है, यह कतई स्वीकार्य नहीं है। ममता बनर्जी के इशारे पर पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ये हमला भाजपा के बढ़ते जनाधार को देखकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मन में पनपी कुंठा का परिचायक है।