जल संरक्षण को लेकर चलाया जाएगा जागरूकता अभियान
संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम ) के जिला अध्यक्ष व पंजाब प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डा. अर्शदीप सिंह ने कहा कि एक सितंबर को मुकेरियां से पानी के मुद्दे पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
संवाद सहयोगी, मुकेरियां : संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम ) के जिला अध्यक्ष व पंजाब प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डा. अर्शदीप सिंह ने कहा कि एक सितंबर को मुकेरियां से पानी के मुद्दे पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि निरंतर गिरता भूजल का स्तर गंभीर चिता का विषय है। जल मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में 139 ब्लाक हैं। इनमें से 78 प्रतिशत ब्लाक (डार्क जोन) में में है।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से 2015 में पंजाब सरकार को भेजी गई नासा की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजाब के सिंचाई खेतों के नीचे भूजल गायब हो रहा है। इसे मानव गतिविधियों के लिए निकाला और उपभोग किया जा रहा है। इसका एक बड़ा कारण यह है कि भूजल का उपयोग नदी के पानी के बजाय जमीन के भीतर से दोहन कर फसल सिचाई के लिए किया जा रहा है। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है, यदि भूजल के सतत उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए उपाय नहीं किए जाते हैं, तो क्षेत्र की आबादी के एक बड़े हिस्से के लिए कृषि उत्पादन में गिरावट और पीने योग्य पानी की भारी कमी शामिल हो सकती है। इन रिपोर्टों से पता चलता है कि सतलुज, रावी और ब्यास का पानी कितना महत्वपूर्ण है, जिसका उपयोग राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा जैसे राज्यों की तरफ से किया जाता है और वे इसके लिए कोई रायल्टी नहीं देते हैं। फ्लडगेट की खराब स्थिति के कारण भी काफी पानी पाकिस्तान की ओर रिस रहा है। हैरानी की बात यह है कि दिल्ली अपने पानी के लिए हिमाचल प्रदेश को भुगतान करती है, लेकिन पंजाब को नहीं। अब दोनों राज्यों में आम आदमी पार्टी की सरकार है। मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस मुद्दे को उठाने की अपील करते है। इसके अलावा एसएसएम व अन्य किसान संगठनों ने पूर्व में किसान भवन में बैठक की। बैठक के दौरान बलबीर सिंह राजेवाल के नेतृत्व में 30 सितंबर को फगवाड़ा में एक रैली आयोजित करने की घोषणा की गई। जिसमें चार जिलों होशियारपुर, जालंधर, नवांशहर, कपूरथला से बड़ी संख्या में साथी शामिल होंगे।