सियासी वार की रणनीति बनाकर सभी पार्टियों ने मैदान में उतारे उम्मीदवार, भाजपा ने भी खोले पत्ते
विधानसभा चुनाव के मैदान में मोर्चा मारने के लिए सभी पार्टियों ने सियासी रणनीति बनाकर मैदान में उम्मीदवारों को उतार दिए हैं। लंबे मंथन के बाद भाजपा ने भी अपने सहयोगी दलों पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल संयुक्त के साथ उम्मीदवारों की घोषणा करके चुनावी माहौल गरमा दिया है।
हजारी लाल, होशियारपुर : विधानसभा चुनाव के मैदान में मोर्चा मारने के लिए सभी पार्टियों ने सियासी रणनीति बनाकर मैदान में उम्मीदवारों को उतार दिए हैं। लंबे मंथन के बाद भाजपा ने भी अपने सहयोगी दलों पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल संयुक्त के साथ उम्मीदवारों की घोषणा करके चुनावी माहौल गरमा दिया है। विधानसभा सीट होशियारपुर से पुराने धुरंधर तीक्ष्ण सूद, चब्बेवाल से डा. दिलबाग राय, दसूहा से राणा रघुनाथ सिंह, गढ़शंकर से निमिषा मेहता, मुकेरियां से जंगी लाल महाजन को चुनावी जंग में उतारा है। उड़मुड़ सीट भाजपा के सहयोगी शिअद संयुक्त के खाते में गई है। उसने मंजीत सिंह दसूहा को अपना उम्मीदवार बनाया है। शामचौरासी सीट पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। सबसे पहले शिअद-बसपा गठबंधन, उसके बाद आप, फिर कांग्रेस ने जिले की सातों सीटों से उम्मीदवारों की घोषणा की थी। भाजपा, पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल संयुक्त गठबंधन उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर पाई थी। चुनावी रणनीति तैयार करने के बाद इन्होंने भी शुक्रवार को अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। चुनावी बिसात बिछने के साथ ही जिले में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। होशियारपुर : इस सीट से शिअद-बसपा प्रत्याशी वरिदर सिंह परिहार पहली बार चुनाव मैदान हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी आप से शुरू की थी। पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने से परिहार ने आप से नाता तोड़ लिया था। चुनाव में भाजपा की मदद की थी। परिहार अब हाथी पर सवार होकर चुनाव मैदान में हैं। आप उम्मीदवार ब्रह्म शंकर जिपा भी पहले कांग्रेसी थे। नगर निगम चुनाव में टिकट न मिलने से कांग्रेस से नाराज हुए थे। अब वह आप की टोपी पहनकर अखाड़े में कसरत कर रहे हैं। भाजपा के तीक्ष्ण सूद पांचवीं बार चुनावी मैदान में हैं। तीन बार वह जीते थे। दो बार तीक्ष्ण सूद को कांग्रेस के सुंदर शाम अरोड़ा पटखनी दे चुके हैं। चब्बेवाल : इस सीट से शिअद-बसपा प्रत्याशी सोहन सिंह ठंडल छठीं बार चुनावी मैदान में हैं। चार बार लगातार जीत का स्वाद चखने वाले सोहन सिंह ठंडल को पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के डा. राज कुमार ने करीबन 29 हजार मतों के अंतर से हराया था। कांग्रेस के डा. राज कुमार का यह तीसरा चुनाव होगा। भाजपा के डा. दिलबाग राय भी सन 2012 में आजाद चुनाव लड़ चुके हैं। जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। यह उनकी दूसरी पारी होगी। आप के हरमिदर सिंह संधू का यह पहला चुनाव है। गढ़शंकर : इस सीट से शिअद-बसपा प्रत्याशी सुरिदर सिंह भुलेवालरांठा का यह तीसरा चुनाव है। सन 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के लव कुमार गोल्डी को हराया था। पिछले विधानसभा चुनाव में वह आप के जय किशन रौड़ी से हार गए थे। रौड़ी का यह दूसरा चुनाव है। कांग्रेस के अमरप्रीत सिंह मोंटू लाली और भाजपा की निमिषा मेहता पहली बार चुनाव मैदान में होंगी। उड़मुड़ : इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार संगत सिंह गिलजियां का यह पांचवां चुनाव है। एक बार वह कांग्रेस की टिकट पर लड़कर हार चुके हैं। उसके बाद लगातार तीन बार जीते हैं। आप के जसवीर राजा का भी यह दूसरा चुनाव होगा। बसपा के लखविदर सिंह लक्खी और शिअद संयुक्त के मंजीत सिंह दसूहा का यह पहला चुनाव होगा। दसूहा : इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अरुण डोगरा मिक्की का यह तीसरा चुनाव होगा। उप चुनाव में कांग्रेस के अरुण डोगरा मिक्की भाजपा की सुखजीत कौर साही से हार गए थे। पिछले विधानसभा चुनाव में मिक्की ने साही को हराकर हार का बदला लिया था। इसके अलावा बसपा के सुशील कुमार पिकी, आप के कर्मवीर सिंह घुम्मण और भाजपा के राणा रघुनाथ सिंह का यह पहला चुनाव होगा। मुकेरियां : इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी इंदु बाला का यह दूसरा चुनाव होगा। उप चुनाव में इंदु बाला ने भाजपा के जंगी लाल महाजन को हराया था। जंगी लाल महाजन का भी यह दूसरा चुनाव है। इसके अलावा शिअद के सर्बजोत सिंह साबी और आप के प्रो. जीएस मुल्तानी का यह पहला चुनाव होगा।