आप की बदलाव रैली : कहीं पर निगाहें, कहीं पर निशाना
आम आदमी पार्टी ट्रेड विग के जिला अध्यक्ष पार्षद जसपाल चेची ने बदलाव की राजनीति शुरू की है।
हजारी लाल, होशियारपुर :
आम आदमी पार्टी ट्रेड विग के जिला अध्यक्ष पार्षद जसपाल चेची ने बदलाव रैली के बहाने टिकट पर निशाना साधने का भी राजनीतिक तीर छोड़ दिया। उन्होंने इस रैली के माध्यम से यह संदेश देने का काम किया है कि उनके समर्थक बहुत हैं। वह भी मौजूदा पार्षद हैं। इसलिए वह टिकट पर उनका ही हक बनता है। बता दें कि चुनावी बहार में होशियारपुर विधानसभा क्षेत्र से टिकट आप की टिकट हथियाने के लिए तीन नेताओं में राजनीतिक बिसात बिछाई जा रही है।
इसी पर निशाना साधने के लिए शनिवार को चेची ने अस्लामाबाद स्थित अपने दफ्तर से लेकर शहीद भगत सिंह चौक तक बदलाव रैली निकाली। रैली को सफल बनाने के लिए वह पिछले पंद्रह दिन से लगे हुए थे। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इकट्ठा करने का उनका मकसद था। हालांकि नाम तो दिया गया था बदलाव रैली का। यानी कि अकाली-भाजपा को भी अजमाया, कांग्रेस को भी अजमाया है। इस बार विधानसभा चुनाव में आप को मौका देने की अपील की जा रही है, लेकिन राजनीति में दिखता है वह पर्दे के पीछे होता नहीं है।
चेची के इस बदलाव रैली का भी अंदरखाते कुछ ऐसा संदेश था। चेची ने इस बदलाव रैली में आप के हलका इंचार्ज ब्रह्म शंकर जिंपा को भी बुलाया था। इस दौरान चेची ने ऐसा शक्ति प्रदर्शन किया कि समर्थक उनके समर्थन में खड़े हैं। चेची के समर्थकों ने जिदाबाद के नारे भी लगाए। एक सवाल के जवाब में चेची ने कहा कि टिकट देने का पार्टी हाईकमान का काम है, लेकिन जिस तरह से पार्षद बनकर जनता की सेवा कर रहे हैं। पार्टी ने मौका दिया तो वह भविष्य में सेवा के मिशन को जारी रखेंगे। कुल मिलाकर चेची ने इरादे साफ कर दिए कि वह भी टिकट के दावेदार हैं।
दूसरी तरफ, आप के हलका इंचार्ज ब्रह्म शंकर जिपा अपनी टिकट पक्की होने के दावे कर रहे हैं। कई बार उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल के साथ अपनी फोटो डालकर नजदीकी रिश्ते भी जाहिर करते हैं। पार्षद जिंपा भी शहरों के अलावा गांवों में भी बैठकों का सिलसिला शुरू कर रखा है। क्योंकि उन्हें पूरा यकीन है कि टिकट तो उन्हीं को ही मिलेगी। बता दें कि नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की टिकट कटने पर जिपा ने आजाद चुनाव लड़ा था। चुनाव जीतने के बाद वह आप में शामिल हो गए थे।
टिकट की जंग यहीं पर नहीं खत्म है। आप के ट्रेड विग के प्रदेश सचिव संदीप सैनी पुराने नेता होने की वजह से टिकट की प्रबल दावेदारी जता रहे हैं। उनकी दलील है कि पिछले विधानसभा चुनाव के बाद जब हर कोई पार्टी छोड़ गया था तो उन्हें झाड़ू को कसे रखने का काम किया। अब जबकि टिकट का समय आया तो दावेदार ही बहुत हो गए हैं। टिकट पर तो उनका ही हक बनता है। तस्वीर बिल्कुल साफ है कि आप में वर्तमान समय में टिकट के तीन प्रबल दावेदार हैं। अब देखना है कि बाजी किसके हाथ लगती है।