पौंग झील में 17 हजार पक्षी कम आए
दातारपुर ब्यास नदी पर बनाए गए पौंग बांध स्थित महाराणा प्रताप सागर झील में इस बार
सरोज बाला, दातारपुर
ब्यास नदी पर बनाए गए पौंग बांध स्थित महाराणा प्रताप सागर झील में इस बार हुई वार्षिक गणना में प्रवासी पक्षियों की आमद गत वर्ष की तुलना में 17 हजार कम है। यह दावा वन्य जीव विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक किए गए सर्वेक्षण के बाद वन विभाग के ¨वग ने किया है।
वाइल्ड लाइफ विभाग के अधिकारी सेवा ¨सह और डीएफओ कृष्ण कुमार के अनुसार पिछले साल पौंग डैम वाइल्ड लाइफ सेंक्चुअरी में कुल 1,27,000 मेहमान प¨रदे आए थे। मगर, इस साल यहां 1,102,03 प्रवासी पक्षी 107 प्रजातियों के आए हैं।
उधर, इन प्रवासी प¨रदों की प्रजातियों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल इन प¨रदों की 93 प्रजातियां यहां पर पहुंची थीं, जबकि इस साल 107 विभिन्न प्रजातियों के प¨रदे यहां पहुंचे हैं। ऐसे में इस वर्ष प्रवासी पक्षियों की 14 प्रजातियां बढ़ी हैं।
वन विभाग ने सर्वेक्षण के लिए 24 टीमों का गठन किया था, जिन्हें सात सेक्टर में बांटा गया था। इनमें 105 लोग शामिल थे। वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञों के अलावा पक्षी विशेषज्ञों की टीमें शामिल हैं। उन्होंने बताया हिमाचल बर्ड क्लब, एशियन वाटर फाउल सेंसिज, वाइल्ड लाइफ कंजरवेशन सोसायटी व कई अन्य संस्थाओं के विशेषज्ञों ने यहां पर प्रवासी प¨रदों पर सर्वेक्षण किया। प्रवासी प¨रदे ट्रांस हिमालय क्षेत्रों जैसे तिब्बत, सेंट्रल एशिया, रशिया व साइबेरिया से इन दिनों यहां पर पहुंचते हैं।
पौंग डैम की रामसर साइट इन प¨रदों के लिए एक बेहतर पसंदीदा जगह बनी हुई हैं। इनके अलावा झील में 425 अन्य प्रजातियों के पक्षी, सांप की 18 प्रजातियां, तितलियों की 95 प्रजातियां तथा मछलियों की 27 तरह की प्रजातियों को देखा गया है।
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मेहमान प¨रदों के आंकड़े
बार हैडिड गूज 38530, कामन कोट 12632, नार्दन ¨पटेल 9470, कामन टेल 9284 कामन पोचार्ड 7746, लिटल कारमोरेंटस 5434, टफड पोचार्ड 3838, नार्दन शावलेर 2350 और रुडी शैलडक 1900 हैं। इसके अतिरिक्त दुर्लभ नस्लों के पक्षी भी यहां आए हैं, इनकी संख्या-कामन शैलडक 22, ग्रेटर व्हाइट फ्रंटिड ग्रीस 73, ब्लैक बेलिड टर्न 2, सारुस क्रेन 8, आस्प्रे 7, ब्लैक नैक्ड स्टार्क नस्ल के कुल 4 मेहमान यहां पधारे हैं।