पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के स्कूल आफ आरगैनिक फारमिग की ओर से कृषि विज्ञान केंद्र का किया दौरा
पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के स्कूल आफ आरगैनिक फार¨मग की ओर से कृषि विज्ञान केंद्र गुरदासपुर में सुगंधीदार, दवाईयों व मसालों वाली फसलों की काश्त संबंधी डायरेक्टोवेट आफ एरिकानुट और सपाईसज केरला के वित्तीय सहयोग से कार्यक्रम करवाया गया। जिसमें मुख्य मेहमान के रूप में डा. सोहन ¨सह वालिया शामिल हुए। उन्होंने किसानों को खेती विभिन्नता व खेती के साथ-साथ सहायक धंधे अपनाकर फसली प्रबंध चलाने के लिए प्रेरित किया।
पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के स्कूल आफ आरगैनिक फार¨मग की ओर से कृषि विज्ञान केंद्र गुरदासपुर में सुगंधीदार, दवाईयों व मसालों वाली फसलों की काश्त संबंधी डायरेक्टोवेट आफ एरिकानुट और सपाईसज केरला के वित्तीय सहयोग से कार्यक्रम
करवाया गया। जिसमें मुख्य मेहमान के रूप में डा. सोहन ¨सह वालिया शामिल हुए। उन्होंने किसानों को खेती विभिन्नता व खेती के साथ-साथ सहायक धंधे अपनाकर फसली प्रबंध चलाने के लिए प्रेरित किया।
कृषि विज्ञान केंद्र गुरदासपुर के इंचार्ज डा. सर्बजीत ¨सह औलख ने भी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वह आज के समय में अनाज की पैदावार में आई खड़ोत, खेती लागत में बढ़ोतरी व खेती फसलों के कम रेट मिलने कारण अब धान-गेंहू की फसली चक्कर किसानी के लिए ज्यादा लाभ दायक नहीं रहा। डा. र¨जदर कुमार ने पंजाब में सुगंधीदार, दवाईयों व मसाले वाली फसलों से संबंधित चलाए हा रहे प्रोजेक्टों बारे जानकारी दी। डा. सुमेश चौपड़ा ने मसालेदार फसले जैसे कि किकरनौली, मेथे, सौफ, धनिया आदि की व्यापरिक ढंग से कारश्त करने की जानकारी दी।
इस मौके पर किसान ईश्वार ¨सह पठानिया, गुरदयाल ¨सह, गुरदेव ¨सह, कैप्टन कश्मीर ¨सह, तरसेम ¨सह, रमेश लाल, र¨जदर ¨सह भी उपस्थित थे।