नाना की मौत का संदेश दे लौट रहे थे, रास्ते में असंतुलित हुई कार, दो की मौत
कलानौर-बटाला मार्ग पर पड़ते अड्डा मलियांवाल के नजदीक कार असंतुलित होकर सड़क के किनारे पेड़ से टकरा गई। जिसके चलते कार में सवार जीजा व साले की मौके पर ही मौत हो गई। दो परिवार को घरों के चिराग बुझने से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
संवाद सहयोगी, कलानौर : कलानौर-बटाला मार्ग पर पड़ते अड्डा मलियांवाल के नजदीक कार असंतुलित होकर सड़क के किनारे पेड़ से टकरा गई। जिसके चलते कार में सवार जीजा व साले की मौके पर ही मौत हो गई। दो परिवार को घरों के चिराग बुझने से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। जानकारी के मुताबिक गांव वडाला बांगर वासी गुरप्रीत सिंह गोपी (21) पुत्र गुरनाम सिंह अपने जीजा गांव खेहरा कोटली वासी स्वर्ण सिंह (35) पुत्र किशन सिंह के साथ नाना की मौत का संदेश गांव भागोवाल में किसी रिश्तेदार को देकर लौट रहा था। कार को स्वर्ण सिंह चला रहा था। जैसे ही वह गांव मल्लियांवाल के नजदीक स्थित पैट्रोल पंप के पास पहुंचे तो कार असंतुलित होकर सड़क के किनारे लगे पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी भयानक थी कि कार का इंजन दोफाड़ हो गया। आवाज सुनकर आसपास के लोग जमा हुए और दोनों को कार से बाहर निकाला। लेकिन हादसे में गुरप्रीत सिंह गोपी की मौत हो चुकी थी, जबकि उसका स्वर्ण सिंह की हालत काफी गंभीर थी। जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था कि उसने भी रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
14 दिन पहले हुई थी नाना ससुर की मौत
काबिलेजिक्र है कि मृतक स्वर्ण सिंह राज मिस्त्री का काम करता था और वह दो भाई है। शादी कुछ साल पहले वडाला बांगर के प्रसिद्ध फ्रूट विक्रेता सतनाम सिंह की बेटी नरिदर कौर से हुई थी और आठ माह की बच्ची भी है। स्वर्ण सिंह के ससुर सतनाम सिंह का 14 दिन पहले बीमारी के कारण निधन हो गया था। जिसके चलते परिवार पहले से ही शोक में डूबा था। वीरवार देर रात स्वर्ण सिंह चाचा ससुर गुरनाम सिंह के बेटे गुरप्रीत सिंह गोपी के साथ गांव भागोवाल में रहते रिश्तेदार को नाना ससुर की मौत की खबर देकर कार से लौट रहा था कि रास्ते में उनकी मौत हो गई। वहीं गोपी रोजगार के लिए पोकलेन मशीन की ट्रेनिग ले रहा था।