बटाला में जमीनी विवाद में पूर्व फौजी ने की दो किसान भाइयों की हत्या, बेटों की हालत भी गंभीर
गुरदासपुर के बटाला में एक पूर्व फौजी ने दो किसान भाइयों की हत्या कर दी। उनके बीच लंबे समय से जमीन का विवाद चल रहा था। इस दौरान मृत किसानों के एक अन्य भाई बेटे व बहू को भी गोली लगी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
जेएनएन, बटाला [गुरदासपुर]। पंजाब के गुरदासपुर जिले के बटाला में जमीन के विवाद को लेकर एक पूर्व फौजी ने दोनालू बंदूक से दो सगे भाइयों व परिवार के अन्य सदस्यों पर हमला कर दिया। हमले में दोनों भाइयों की मौत हो गई, जबकि उनके बहू व भाई समेत तीन अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घायलों को नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत को गंभीर देखते हुए उन्हें अमृतसर रेफर कर दिया गया।
गोली चलाने वाला पूर्व सैनिक बिरसा फरार बताया जा रहा है। गोली चलाने के पीछे 35 साल से जमीन का विवाद बताया जा रहा है। मृतकों की पहचान किसान अमरीक सिंह (65) , भजन सिंह (70), जबकि घायलों की पहचान कुन्नण सिंह (मृतक किसानों का भाई), मृतक भजन सिंह का बेटा बलजीत सिंह, बहू सुखजीत कौर निवासी गांव क्लेरकलां के तौर पर हुई। सूचना मिलने पर डीएसपी गुरदीप सिंह थाना सेखवां की पुलिस समेत घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ कत्ल का मामला दर्ज कर लिया।
मौके से पुलिस ने खेत से दुनाली के चार खोल बरामद कर लिए हैंं। पुलिस के मुताबिक आरोपित ने कुछ छह राऊंड फायर किए। डीएसपी गुरदीप सिंह ने जानकारी दी की कि उन्हें साढ़े ग्यारह बजे गांव के किसी व्यक्ति ने फोन पर सूचना दी कि गांव क्लेर-कलां में जमीनी विवाद को लेकर गोली चल गई है। वह पुलिस पार्टी समेत घटनास्थल पर पहुंचे। मौके पर देखा तो खेतों में काम करने वाले दो किसान भाइयों को छाती पर गोली लगने से मौके पर ही
मौत हो गई, जबकि भाई व बहू समेत तीन को गोली लगने से वह गंभीर रुप से घायल हो गए।
बताया जा रहा है कि रिटायर्ड फौजी का किसान परिवार के साथ लंबे समय से जमीनी विवाद चल रहा था। बिरसा सिंह का भाइ यह जमीन 35 साल पहले मृतक किसानों को बेच गया था, जबकि वह (सेवानिवृत सैनिक) इस जमीन पर अपना कब्जा करना चाहता था। जमीनी विवाद को लेकर केस अदालत में चल रहा है। आज सुबह आरोपित जमीन पर कब्जा करने के लिए आया था। मृतक किसानों समेत तथा उनके परिवार ने ऐसा करने का विरोध किया तो अपनी पिस्टल से गोलियां चला दी तथा मौके से फरार हो गया।